साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

रोगी तथा रोग का विवरण

Vol 10 अंक 3
मई/जून 2019

ल्यूकोरिया 10596...भारत

एक 38-वरषीय महिला 6 वरषों से बदबूदार सफेद पानी के सतराव के कारण बहुत परेशान थी। इस कारण से वह बहुत कमजोर हो गई थी और अपने दैनिक कारयों को पूरण करने में असमरथ हो गई थी तथा अवसाद में घिरती जा रही थी। उपचार का खरच वहन करने में असमरथ थी अतः कोई उपचार नहीं ले रही थी। 17 नवमबर 2017 को उसको निमन उपचार दिया गया :

CC3.7 Circulation + CC8.1 Female tonic +...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

हथेली में धब्बे 10596...भारत

एक 51-वरषीय महिला को हथेलियों में एक वरष से गहरे काले धबबे थे और उनमें लगातार खुजली होती रहती थी। उस महिला ने ऐलोपेथिक उपचार पर काफी खरच कर दिया था परनतु उसे कोई लाभ नहीं मिला था। तवचा की सथिति से वह अवसाद में रहती थी। उसका अनुमान था कि कपड़े धोने के कारण उसकी तवचा पर साबुन के कारण यह सथिति हुई है। 9 सितमबर 2016 को उसको निमन उपचार दिया गया :  

...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

. जीर्ण नाक बंद 10596...भारत

मुंबई के वृदध आशरम में रहने वाले एक 82 वरषीय वयकति को पिछले 8 वरषों से नाक के बंद रहने की समसया थी, उनहें सायनुसाइटिस की भी शिकायत थी। इस समसया के कारण उनहें ठीक से नींद भी नहीं आती थी। उनहोंने ऐलोपैथिक उपचार भी करवाया परनतु उससे कोई आराम नहीं मिला। जनवरी 2019 से वृदध आशरम रहने लगे और उनहोंने ऐलोपैथिक उपचार को बनद कर दिया था। वह अपनी बिमारी के कारण तनाव गरसत...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

वाचा गायब 02836...भारत

30 मारच 2010 को एक 32-वरषीय युवक जब सुबह उठा तो गले से आवाज नहीं निकल रही थी अतः वह अतयधिक रूप से बेचैन हो गया। तुरंत ही ऐलोपैथिक उपचार दिया गया परनतु कोई फायदा नहीं हुआ। तीन माह पशचात उसके आॅफिस के नियंतरक अफसर को वाइबरोनिकस के बारे में पता चला तब उनहोंने चिकितसक से रोगी का उपचार करने का अनुरोध किया।

20 जून 2010 को रोगी को निमन उपचार दिया गया:
#1. CC15.1...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

साइकिक अटैक 02836...भारत

15 सितमबर 2010 को, एक 35-वरषीय हुषट-पुषट महिला को उसका पति चिकितसक के पास लेकर आया। पिछले 10 वरषों से वह मानसिक आघातों से पीड़ित थी। चिललाना, गालियाँ देना, बचचों को और कभी-कभी अपने पति को पीटना यह उसकी आदत बन गई थी। वह पिछले 3 वरषों से ऐलोपैथिक उपचार करवा रही थी लेकिन उससे कोई लाभ नहीं मिला।

 

#1. CC15.2 Psychiatric disorders…TDS

चिकितसक ने उसे कुछ...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

लूपस 03571...थाईलैंड

चिकितसक का एक साथी जो 26 वरष की थी, इस रोग से पीड़ित हो गई। उसके मुँह और बाँहों पर चकतते हो गये थे, कान के भीतरी भाग में ललाई थी, यह घटना जून 2018 की है। उसके न केवल मुँह पर सूजन थी बलकि मुँह पर चकतते बड़े थे लगभग 4cm के। रोगी ने फोटो देने से मना कर दिया। उसको ऐलरजी विरोधी औषधि सिटरेजीन दी जा रही थी। जिसे वह दिन में दो बार लेती थी। उसके चरम रोग विशेषजञ ने उसे...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

एर्लिकियोसिस,पनोस्टाईटिस इन डॉग 03571...थाईलैंड

 जुलाई 2018 में  AVP का परशिकषण परापत कर के जब चिकितसक अपने घर पहुँची तो वह अपने मितर के घर अपने दो वरषीय डॉग को लेने पहुँची तो उसको देखकर उसे बहुत धकका लगा कि उसका डॉग बराउनी पकषाघात से पीड़ित था (देखें चितर)।  

वह हडडियों और मांस के पिंड की भाँति दिख रहा था जैसे कि उसमें पराण ही न हों। जिस कषण चिकितसक ने उसे उठाया और पुचकारा वह मुँह के बल...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

जीर्ण खाँसी 11573...भारत

एक सोलह वरषीय बालक 3 वरष की आयु से ही बार-बार (हर माह) खाँसी से पीड़ित रहता था। खाँसी के साथ जवर भी हो जाया करता था, गले में खराश व जुकाम भी हो जाता था। बदलते हुये मौसम में आवृतति बढ़ जाती थी। हर बार ऐलोपैथिक उपचार से 5-6 दिनों में वह सवसथ हो जाता था। लेकिन यह असथायी होता था। उसकी माँ जिसने अपने लिये वाइबरो उपचार लिया हुआ था, उसको लेकर चिकितसक के पास पहुँची। उस...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

कान में फंगल इन्फैक्शन 11602...भारत

एक 48-वरषीय महिला के कान में खुजली मचती रहती थी उसका निदान 4 वरष पूरव फंगल ओटिटिस एकसटरना के रूप में किया गया था जिसका एनटी फंगल डरॉपस और एनटीबायोटिकस से उपचार करने पर वह ठीक हो गया था। 2 वरष बाद वह रोग फिर उभर गया तथा पहले वाले उपचार से वह ठीक हो गया। 3  सपताह पूरव उसके कान में फिर से खुजली होने लगी थी, इस बार उपरोकत औषधियों से पूरण आराम नहीं मिला।अतः...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

सायटिका दर्द 11603...भारत

एक 68-वरषीय महिला 10 वरषां से साइटिका के दरद से परेशान थी। उसके पीठ से दरद शुरू होता था और दाहिने पाँव से होते हुये टखने तक यह दरद तकलीफ देता था। परारंभ में उसने दो माह तक होमयोपैथिक उपचार लिया था परनतु उससे मामूली सा ही फायदा हुआ था। ऐलोपैथिक उपचार को कई माह तक लेने से उसे पूरा आराम मिल गया था। दरद 2 माह पूरव फिर शुरू हो गया। जब वह चिकितसक के यहाँ गई तो वह...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े

सोरायसिस 11580...India

एक 61-वरषीय महिला के हाथों और पैरों पर काले धबबे थे वे इस परकार नज़र आते थे मानो वे बिना भरे घाव हों जिनमें खुजली भी होती थी। यह रोग उसे गत तीन वरष से था। इसका निदान सोरायसिस के रूप में किया गया था। उसने एक वरष तक ऐलोपैथिक उपचार लिया था परनतु कोई लाभ नहीं होने से उसे बनद कर दिया था। उसने अनय किसी भी परकार का उपचार लेने का परयास नहीं किया था।

9 अकटूबर 2016 को...(continued)

संपूर्ण विवरण पढ़े