कान में फंगल इन्फैक्शन 11602...भारत
एक 48-वर्षीय महिला के कान में खुजली मचती रहती थी उसका निदान 4 वर्ष पूर्व फंगल ओटिटिस एक्सटर्ना के रूप में किया गया था जिसका एन्टी फंगल ड्रॉप्स और एन्टीबायोटिक्स से उपचार करने पर वह ठीक हो गया था। 2 वर्ष बाद वह रोग फिर उभर गया तथा पहले वाले उपचार से वह ठीक हो गया। 3 सप्ताह पूर्व उसके कान में फिर से खुजली होने लगी थी, इस बार उपरोक्त औषधियों से पूर्ण आराम नहीं मिला।अतः उसने खाने वाली एलोपैथिक औषधियों को बन्द कर दिया तथा 20 जनवरी 2019 को चिकित्सक के पास पहुँची।
उन्होंने महिला को निम्न औषधि दी :
#1. CC5.1 Ear infections + CC12.1 Adult tonic + CC21.7 Fungus…एक खुराक हर दस मिनट के बाद 1 घंटे तक उसके पश्चात् 6TD
पहले घंटे में महिला को खुजली नहीं हुई परन्तु बाद में मामूली सी शिकायत हुई। इस परिणाम से उत्साहित होकर ऐलोपैथिक कान की ड्रॉप्स को भी बन्द कर दिया, चिकित्सक ने कान में डालने के लिये निम्न औषधि दी:
#2. CC5.1 Ear infections + CC21.7 Fungus…TDS अति शुद्ध ओलिव तेल में 1 बूंद प्रत्येक कान में।
यद्यपि शुरू में कान में तेल डालने के प्रति महिला को हिचकिचाहट हुई परन्तु वह इसके लिये मान गई। दूसरे दिन ही उसने खुजली में 90% सुधार की सूचना दी। तीसरे दिन 23 जनवरी 2019 को खुजली बिल्कुल बन्द हो गई थी। औषधि #1 की खुराक को TDS कर दिया गया। 15 फरवरी को दोनों औषधियों की खुराक को OD कर दिया गया। 1 मार्च 2019 को नाक-कान के डॉक्टर ने जाँच में पाया कि कैनाल में किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं है अतः #2 को 2 सप्ताह के बाद बन्द कर दिया गया। औषधि #1 की खुराक को अगले 3 सप्ताह के दौरान पहले OD और फिर OW किया गया। अप्रैल 2019 तक रोग दुबारा नहीं हुआ। औषधि #1 को OW के रूप में अभी भी ले रही है।