साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
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चिकित्सकों की रूपरेखा 12013 & 11553...भारत


चिकित्सक12013 & 11553...भारत  आध्यात्मिक रुझान  वाले परिवार के सदस्य हैं। पति मैकेनिकल इंजीनियर है तथा प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। वर्ष 2018 में,जनरल मैनेजर के पद से 38 वर्ष की सेवा के पश्चात सेवानिवृत्त हुए हैं, पत्नी विज्ञान विषय की स्नातक है। 30 साल की सेवा के बाद वर्ष 2012 में सेवानिवृत्त हुई है। इन्होंने हाई स्कूल में अध्यापन का कार्य किया है। पति तो साईं के वातावरण में ही पला और बढ़ा हुआ है परंतु पत्नी शादी के बाद ही साईं फील्ड में आई। पिछले 40 से 45 वर्षों से साईं संगठन में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। पत्नी 1985 से, बाल विकास गुरु का कार्य कर रही हैं तथा महिला समन्वयक भी है तथा उसके पति आध्यात्मिक समन्वयक है। वर्ष 2011 में पति को एक योजना का कार्य प्राप्त हुआ इसके अंतर्गत उन्हें एक पहाड़ी पर स्थित गांव में पेयजल उपलब्ध कराना था। यह गांव महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में है। इस योजना के तहत एक कुआं नदी किनारे स्थानीय नागरिकों की मदद से बनवाया गया, उस कुएं में से पानी को खींचकर पहाड़ी पर एक टेंक में डाला गया। इस कार्य से वहां रहने वाले 200 निवासियों को बहुत आराम मिला, अन्यथा उन्हें नीचे से पानी लेने जाना पड़ता था। वर्ष 2008 में, इस दंपति की मुलाकात एक वरिष्ठ भक्त  से हुई। इस दंपत्ति ने देखा कि किस प्रकार रोगी इन रेमेडीज़ के माध्यम से रोग मुक्त हो रहे हैं और उन्हें किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं होता है। वरिष्ठ भक्त ने उन्हें प्रेरित किया कि आप भी यह ट्रेनिंग ले ले और सेवा कार्य से जुड़ जाएं।  सेवा मुक्त होते ही पति ने ट्रेनिंग ले ली और 2011 में चिकित्सक बन गए पत्नी ने भी उसके पश्चात ट्रेनिंग ले ली और 2012 में वह भी चिकित्सक बन गई। शुरू में, दोनों ने ही एक दूसरे के जीर्ण रोगों का उपचार किया और घुटने के दर्द तथा अपच से निजात पा ली। इससे उनके अंदर उपचार करने की प्रवृत्ति जागृत हुई और आत्मविश्वास भी प्राप्त हुआ। पिछले 8 वर्षों में, उन्होंने 500 रोगियों का उपचार किया है जिन रोगों का उपचार किया है वे हैं -  वेरीकोज वेन्स, अम्लता, दस्त, बुखार, खाँसी और सर्दी, राइनाइटिस, माइग्रेन, सिर का चक्कर, मिर्गी, पक्षाघात, गठिया, फ्रोजन शोल्डर, पीठ दर्द और सोरायसिस। उनके कई मरीज़, पहले  विभिन्न उपचारात्मक उपायों  द्वारा ईलाज करा  चुके थे लेकिन उन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हुई , और अंत में वाईब्रोनिक्स द्वारा ईलाज कराने पर वे पूर्णतया ठीक हो गये I ऐसे  व्यक्ति बहुत खुश होते हैं और साहसपूर्वक दूसरों को भी इसी तरह की समस्याओं के लिए घोषणा करते हैं कि केवल वाईब्रोनिक्स उपचार  के कारण वे ठीक हो गए हैं। सामान्य तौर पर, उनके अनुसार किसी रोगी की स्थिति में सुधार, उसकी बीमारी की प्रकृति, इतिहास एवं रोगी के विश्वास, धैर्य और दृढ़ता पर निर्भर करता है। कभी-कभी ईलाज में थोड़ा सा ही सुधार आना शुरू होता है, लेकिन कुछ व्यक्ति तत्काल ईलाज की उम्मीद करते हैं तो वे निराश हो जाते हैं I ऐसे मामलों में, चिकित्सक निरंतर उनके आत्मविश्वास और विश्वास को सुदृढ़ करने के लिए , परामर्श अनुसार उपचार करने पर बल देते हैं I उनके अनुभव अनुसार,  सभी रोगियों में से लगभग 70% ठीक हो जाते हैं।

यह चिकित्सा साप्ताहिक कैंप में भी भाग लेते हैं जो श्री सत्य साईं संगठन द्वारा आयोजित किए जाते हैं। एक कैंप के दौरान जून 2016 में, दो रोगियों से मुलाकात हुई जो महीनों से सोरायसिस रोग से पीड़ित थे। एक ने एलोपैथिक उपचार लिया तो दूसरे ने होम्योपैथिक उपचार लिया, दोनों को ही कोई लाभ नहीं हुआ, फिर उन्होंने वाइब्रॉनिक्स उपचार लिया। उन्हें CC21.3 Skin allergies + CC21.5 Dry Sores + CC21.10 Psoriasis,दिया गया और यही रेमेडी नारियल के तेल में मिलाकर बाह्य उपयोग के लिए। पहला रोगी पूर्णतया ठीक हो गया और उसे यह रोग दोबारा नहीं हुआ । दूसरे रोगी को 4 माह के उपचार के बाद 80% लाभ हुआ उपचार चल रहा है। दंपत्ति का मानना है कि वाईब्रोनिक्स स्वास्थ्य कैम्प का आवश्यक अंग होना चाहिए। बहुत से डाक्टर स्वामी के बारे में जानते हैं या जो उनके अनुयाई हैं, रोगियों को हमारे पास भेजते रहते हैं, जिससे उनको जल्दी आराम मिल सके। जीर्ण रोगों जैसे कि कब्ज, पाइल्स, अनिद्रा, घुटने का दर्द, कमर दर्द और अस्थमा के लिए लाभप्रद है क्योंकि व्यक्ति जल्दी आराम के लिए एलोपैथिक उपचार को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि यह रोग उनकी दिनचर्या के लिये चुनौतीपूर्ण होते हैंI

ये चिकित्सक दवा को डाक द्वारा अपने मित्रों और रिश्तेदारों को भारत के विभिन्न भागों में भेजते रहते हैं। अपने बच्चों के पास यूएसए में 2 साल के अंतराल पर जाते हैं। जाते समय वे अपने साथ वैलनेस किट के अलावा 36 अन्य रेमेडीज 108CC बॉक्स में से ले जाते हैं। यह औषधियां सामान्य रूप से होने वाली बीमारियों के लिए होती हैं जैसे कि सर्दी जुकाम, बुखार, सिर दर्द, अपच, सभी प्रकार के दर्द तथा कुछ जीर्ण रोगों के लिए जिसके लिए उनको पहले सूचना दे दी गई होती है। USA के साईं भक्तों को इस औषधि से बहुत लाभ मिला है उनकी बेटी के परिवार वालों को इस उपचार पर अत्यधिक भरोसा है। यहां तक कि उनकी 4 वर्षीय पोती भी तबीयत ठीक ना होने पर “वाइब्रॉनिक्स की दवा” की मांग करती है।

चिकित्सक इस बात को महसूस करते हैं कि मानवता के लिए यह औषधि एक वरदान है जो कंपन के आधार पर कार्य करती है और इसके कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। यह निशुल्क उपलब्ध है। चिकित्सक इस उम्मीद से औषधि प्रदान करता है कि ठीक करने  वाले तो स्वामी ही हैं वह तो मात्र उनके हाथ का उपकरण है। समय के साथ, वाइब्रॉनिक्स में उनका विशवास बढ़ता ही जा रहा है। वह इस विचारधारा के हैं कि जितने अधिक व्यक्ति इस उपचार से ठीक होंगे उतने ही अधिक लोगों को इस औषधि को लेने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्हें उम्मीद है कि और अधिक लोग इस विद्या को अपनाएंगे और दूरस्थ प्रदेशों में जाकर सेवा करेंगे, जहां तक यह अपनी पहुंच नहीं बना पाई है। वाइब्रो सेवा करने से आत्म संतुष्टि प्राप्त होती है,यह ईश्वर की पूजा के सामान है!

अनुकरणीय उपचार :