साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

दैवीय चिकित्सक का दिव्य सन्देश

Vol 9 अंक 5
सितम्बर/अक्टूबर 2018


‘‘आज हर व्यक्ति हर समय कुछ न कुछ खाता रहता है, उसके बीच में पेय पदार्थ और अन्य स्नैक्स का कई बार सेवन करता रहता है। इस प्रकार वह अपच और अन्य प्रकार की बीमारियों से कैसे बचा रह सकता है? मनुष्य को वहीं भोजन करना चाहिये जो उसको एक कैलोरी प्रति मिनट ऊर्जा प्रदान कर सके। युवाओं को प्रतिदिन 2000 कैलोरी से संतुष्ट हो जाना चाहिये। स्वस्थ्य जीवन के लिये मनुष्य को केवल 1500 कैलोरी प्रति दिन ऊर्जा की आवश्यकता होती है। लेकिन आप जो भोजन करते हैं उससे 5000 कैलोरी प्रतिदिन ऊर्जा प्राप्त होती है। इसका परिणाम यह होता है कि व्यक्ति अपच और अनिद्रा जैसी समस्याओं से घिर जाता है। अनिद्रा से कई प्रकार की बिमारियों का जन्म होता है। अनिद्रा के बारे में परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। यदि सोने से पहले कोई चिन्ता नहीं है तो तुम्हें प्राकृतिक रूप से गहरी नींद आ जायेगी।’’      

... Sathya Sai Baba, “The Moving Temple” Summer Showers1990 Chapter 3
http://www.sssbpt.info/summershowers/ss1990/ss1990.pdf

 

‘‘तुम में से उन भाग्यशाली व्यक्तियों ने जिन्होंने अपने बदकिस्मत भाइयों और बहिनों की सेवा की है, जो मैं अब कह रहा हूँ, के गवाह होंगे। अहं को समाप्त करने और हृदय को वास्तविक प्रेम से भरने के लिये सेवा से बढ़कर कोई अन्य कार्य नहीं है। सेवा कार्य करने वालों की निंदा करना, उनको नीचा दिखाना और हेय दृष्टि से देखने से वे इस लाभ से वंचित रह जाते हैं। सेवा की लहर यदि पृथ्वी पर फैल जाये और सबको अपने आगोश में ले ले तो पृथ्वी पर से घृणा, द्वेष और लालच के ढ़ेर समाप्त हो जायेंगे।’’
... Sathya Sai Baba, “Elephants and the Lion” Discourse 10 September 1969
http://www.sssbpt.ifo/ssspeaks/volume09/sss09-18.pdf