साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
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चिकित्सक की रुपरेखा 02836...भारत


चिकित्सक02836…भारत कृषि विज्ञान में स्नातक महाराष्ट्र सरकार के बाग बगीचों के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में वर्ष 2007 में सेवानिवृत्त हुये। उनके दादा एक प्राकृतिक चिकित्सक थे, उन्हीं से उन्होंने प्राकृतिक तरीकों से उपचार के गुण आत्मसात कर लिये थे। उन्हें प्रकृति से बहुत प्रेम था। वह जब सेवा में थे तो उन्होंने अपने मित्र से होम्योपैथी की मूल बातों को सीख लिया था। शौक के तौर पर वह अपने परिवार वालों का, मित्रों का और अपने सहयोगियों का उपचार किया करते थे। वे स्वामी के संपर्क में वर्ष 1980 में आये तथा सभी आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेने लगे। वर्ष 2009 में गुरूवार को उनके घर पर भजन के दौरान उन्हें मालूम हुआ कि मुंबई में वाइब्रोनिक्स की कार्यशाला आयोजित होने वाली है। तुरंत ही उन्होंने और उनकी धर्म पत्नी ने प्रशिक्षण हेतु आवेदन कर दिया। मई 2009 में वो AVP और जनवरी 2011 में वे VP बन गये। बाद में उन्होंने अक्टूबर 2011 में  SVP कोर्स भी प्रशांति निलयम में कर लिया।

पूर्ण विश्वास के साथ उन्होंने लगभग 4000 रोगियों का उपचार कर लिया है। यह कार्य उन्होंने अपने घर पर ही 10 वर्षों में किया है। उनके द्वारा उपचारित रोगों में मुख्य हैं-ल्यूकेमिया, हृदय एवं मानसिक विकार, टिनटिस, हाइपोथाइरोडिज़्म, बालों का झड़ना, सिरदर्द, मुँह के छाले, गुर्दे की पथरी, पाचन तंत्र के विकार, जोड़ों में दर्द, त्वचा संक्रमण, इसके अलावा सामान्य रूप से होने वाले खांसी, जुकाम, ज्वर आदि। वाचा गायब होने के सभी 5 रोगियों का सफल उपचार। एक ऐसा केस नीचे वर्णित है।

जीर्ण रोगों में रोगियों को शीघ्र आराम के लिये वे कॉम्बो का चुनाव लक्षणों के आधार पर करते हैं वे उसके मूल कारणों को जानने के प्रयास में समय नहीं गंवाते हैं। इस दृष्टिकोण को अपनाने के बाद उन्होंने पिछले 1-2 सप्ताह के रोगियों का विश्लेषण किया तो उन्होंने पाया कि अधिकत्तर रोगी ठीक हो गये थे। इससे उन्हें वाइब्रोनिक्स के प्रति और अधिक विश्वास हो गया। जिन मामलों में उन्हें यह लगता है कि सुधार की गति कमजोर है तो वह उसके कारण को खोजते हैं और फिर उसी के अनुरूप रिमैडी देते हैं। इस हेतु वह या तो 108CC कॉम्बो बॉक्स या फिर  SRHVP का उपयोग करते हैं।

उनके अनुसार प्रत्येक रोगी को मन को शान्त करने के लिये तथा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिये कॉम्बो दिया जाना चाहिये क्योंकि वर्त्तमान समय में हमने आधुनिक जीवन शैली अपना ली है जिसमें तनाव बढ़ गया है और वातावरण में विकिरणों तथा अन्य कारणों से अत्यधिक प्रदूषित हो गया है। उनके अनुभवों के आधार पर प्रत्येक रेमेडी में CC12.1 Adult tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic + CC18.1 Brain disabilities भी मिलाया जाना चाहिये। यह रोगी को शीघ्र स्वस्थ होने व ऊर्जावान बनाने में सहायक होगा।

वह इस बात से अचंभित है कि कैसे 108CC बॉक्स के काम्बोज़ में असंख्य रोगों को ठीक करने के लिये उसमें एकत्रित कर दिया गया है। वह वाइब्रोनिक्स कॉम्बोज़ के चमत्कारिक प्रभाव से भी आश्चर्यचकित हैं कि यह कॉम्बोज़ पेड़ पौधों, पशुओं और मनुष्यों पर समान रूप से प्रभावी हैं। यह सब आवश्यक कम्पनों को अवशोषित करके स्वस्थ हो जाते हैं। वह ईश्वर के प्रति आभार प्रकट करते हैं कि उन्हें सेवा करने का ऐसा सुनहरा अवसर प्रदान किया है विशेषकर उन गरीब और असहाय व्यक्तियों के लिये जो उपचार का खर्चा वहन करने में असमर्थ हैं।

अनुसरण योग्य उपचार: