साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

चिकित्सकों की रूप-रेखा 11585...India


चिकित्सक 11585---भारत व्यवसायिक दृष्टि से गणित के प्राध्यापक हैं। वे स्वामी के सम्पर्क में 1990 में आये थे, शीघ्र ही वे साई संगठन के सक्रिय सदस्य बन गये। अभी वे जिला समन्वयक हैं। वे स्वामी की पुस्तकों तथा आध्यात्मिक पुस्तकों, सनातन सारथी आदि का अनुवाद करते रहते हैं। सितम्बर 2016 में वे एक वरिष्ठ वाइब्रो चिकित्सक के संपर्क में आये तो उन्हें उपचार की इस विद्या का ज्ञान हुआ। उन्होंने तुरंत ही इस विद्या को सीखने के लिये आवेदन कर दिया। मार्च 2017 में वे AVP बन गये और तुरंत ही वाइब्रो सेवा करने लगे। स्कूल के समय के पश्चात् और छुट्टियों में वे सेवा कार्य करने लगे। सितम्बर 2017 में VP बन गये तथा नवम्बर 2018 में SVP बन गये।

जब वह SVP  कार्यशाला में भाग लेने के लिये पुट्टापर्थी जा रहे थे तो उस समय उन्हें ट्रेन में एक सपना आया कि वे 108CC बॉक्स में से कोई रेमेडी का सेवन कर रहे हैं, उन्होंने देखा कि स्वामी उसके साथ ही खड़े हैं अतः भय के कारण वह वहीं खड़े हो गये। स्वामी ने मोहित करने वाली एक मुस्कान के साथ उसे गले से लगा लिया और तेलगु में कहा, ”तुम मेरा कार्य कर रहे हो”। इस स्वप्न ने उसे बहुत प्रभावित किया, उसमें जोश और प्रतिबद्धता की भावना जागृत हो गई जिसके कारण उसने वाइब्रोनिक्स के कार्य को स्वामी का कार्य समझ कर सेवा करने का व्रत ले लिया।

वह अन्य चिकित्सकों के साथ मिलकर साप्ताहिक कैम्पों का आयोजन करने लगा। वह उपचार देने के साथ-साथ लोगों में वाइब्रोनिक्स के बारे में भी जानकारियाँ देने का कार्य भी करने लगा। इस हेतु वह दृश्य-श्रव्य उपकरणों का भी उपयोग करते हैं। उन्होंने जिले की सातों साई केन्द्रों पर इन कैम्प का आयोजन किया है। उन्हें राज्य-स्तरीय सम्मेलन में भी बोलने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिसे सभी ने सराहा था।    

उन्होंने लगभग 1100 रोगियों का उपचार सफलतापूर्वक किया है, उपचार के साथ उन्हें ऐसा प्रतीत होता था कि स्वामी का अदृश्य हाथ रोगियों को ठीक कर रहा है। इस संबन्ध में उन्हें एक अविस्मिय घटना याद आती है जिसके अनुसार एक 50-वर्षीय महिला जो 4 माह से भी अधिक समय से गले के कैन्सर और गांठ से पीड़ित थी, कीमोथेरेपी के बाद डॉक्टर के पास नहीं गई थी। उसने सभी प्रकार की ऐलोपेथिक दवायें लेना बन्द कर दिया था। अक्टूबर 2017 में उसने वाइब्रो चिकित्सक से संपर्क किया, चिकित्सक ने उसे निम्न उपचार दिया: CC2.1 Cancers - all + CC2.2 Cancer pain + CC2.3 Tumours & Growths + CC12.1 Adult tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic...TDS.  4 माह के अन्दर ही गाँठ पूरी तरह ठीक हो गई। पिछले 10 माह से वह प्रति दिन एक खुराक ले रही है और उसे किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई है। चिकित्सक उपचार की खुराक को सप्ताह में एक बार करने का निश्चय कर चुका है1

SVP का e-course करते समय उसे एक अनोखा अनुभव हुआ। दो अलग-अलग घटनाओं में उसे रोगी के लक्षण स्वतः ही ज्ञात हो गये, रोगी को पहली पिल देने के आधा घंटे बाद जब रोगी वहाँ से चला गया। SVP कार्यशाला के दौरान डा॰ अग्रवाल ने बताया कि कुछ चिकित्सकों को रोगी के आने के पूर्व ही दर्द व अन्य लक्षण महसूस हो जाते हैं चिकित्सक को इस बात पर विश्वास हो गया कि इस प्रकार का अनुभव भी हो सकता है। इससे चकित्सक को स्वामी का दिव्य संदेश स्मरण हो आया कि सब समान हैं। उनका कहना है कि AVP रूप में वह एक अनुभवहीन मनुष्य की तरह थे और वाइब्रोनिक्स की मूल बातों पर ही सारा ध्यान केन्द्रित था कि किस प्रकार अपने आप का रूपान्तरण कर सकूँ। SVP बनने के बाद वह अपनी जिम्मेदारी का अहसास करते हैं कि वाइब्रोनिक्स के मिशन को आगे बढ़ाना है और स्वामी के शब्दों को साकार करना है कि ‘‘भविष्य की औषधि वाइब्रोनिक्स है’’।

वाइब्रोनिक्स उनके लिये जुनून है और इसके प्रति उनकी प्रतिबद्धता अनुसरणयोग्य है। उन्होंने 27 वाइब्रो समाचार पत्रों को अंग्रेजी से तेलगु में अनुवाद किया है। वह 108CC पुस्तक का 2019 में अनुवाद कर रहे हैं और इस वर्ष उनका यह कार्य पूर्ण हो जायेगा इससे AVP कार्यशालाओं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने में आसानी हो जावेगी। उनका कहना है कि अब समय आ गया है जब “प्रत्येक चिकित्सक को एक नयी क्षमता प्राप्त करनी होगी’’ जो प्रेम की ज्योति को बाइब्रोनिक्स के माध्यम से फैला सके। स्वामी के कथन का हमें पालन करना होगा यदि हम एक दृढ़ कदम आगे बढ़ायेंगे तो वह सौ कदम हमारी ओर बढ़ायेंगे। हमारे सभी महान सपने साकार हो जायेंगे। चिकित्सक ने स्वामी के प्रति आभार प्रकट करने के लिये एक प्रार्थना की रचना की है :

परम प्रिय स्वामी

आपने हमें अपने उदार स्वरूप से आप से प्रेम करने की राह दिखाई है,

आपने हमें अपने व्यापक कार्यों से हमें आपकी सेवा का मार्ग दिखाया है

प्रिय स्वामी

मेरी चाह है कि बच्चों से प्रेम करके आपसे प्रेम कर सकूँ

मेरे हाथ तेरे बच्चों की सेवा करके आपकी सेवा करने योग्य बन सके

तेरे बच्चों के दुःख दर्द दूर करते हुए मेरे आँसू सूख जायें

प्रिय स्वामी

मेरे अन्दर मैं की लेशमात्र भी कामना न रहें, मुझे अपने चरण कमलों में समर्पण करने दे

अनुसरण योग्य उपचार: