चिकित्सक की रुपरेखा
Vol 10 अंक 3
मई/जून 2019
चिकित्सक की रुपरेखा 10596...भारत
चिकितसक10596---भारत इतिहास विषय की सनातक है, उनहोंने सिलाई में डिपलोमा परापत किया है। 5 वरषों तक एक सकूल में शिकषिका का कारय किया, बाद में 18 साल तक परीकषा निरीकषक का कारय किया। 1999 में उनके घर के पास में नारायण सेवा हुई थी जिससे परेरित होकर वे साई संगठन से जुड़ गई। उसके बाद से सकरिय रूप से साई संगठन के कारयों को कर रही हैं। वह वरष में दो बार परशांति निलयम...(continued)
संपूर्ण रुपरेखा पढ़ेचिकित्सक की रुपरेखा 02836...भारत
चिकितसक02836…भारत कृषि विजञान में सनातक महाराषटर सरकार के बाग बगीचों के वरिषठ अधिकारी के रूप में वरष 2007 में सेवानिवृतत हुये। उनके दादा एक पराकृतिक चिकितसक थे, उनहीं से उनहोंने पराकृतिक तरीकों से उपचार के गुण आतमसात कर लिये थे। उनहें परकृति से बहुत परेम था। वह जब सेवा में थे तो उनहोंने अपने मितर से होमयोपैथी की मूल बातों को सीख लिया था। शौक के तौर पर...(continued)
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