बांझपन - स्तम्भन दोष, डिम्बग्रंथि सिस्ट 10980...India
एक युवा दंपति 3 वर्ष से संतान के लिए प्रयत्नशील थे। उनका विवाह 2011 में हुआ था। 10 मार्च 2014 को, 26 वर्षीय युवक चिकित्सक के पास अपनी मेडिकल रिपोर्ट लेकर गया, जिसके अनुसार युवक नपुंसकता का रोगी था । उसने आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक उपचार पर काफी पैसा खर्च कर दिया था परंतु लाभ नहीं हुआ। उसको निम्न औषधि दी गई:
CC14.3 Male infertility…TDS
दो सप्ताह बाद रोगी ने सूचना दी कि उसको 50% का लाभ हो गया है। 6 अप्रैल 2014 को वह अपनी पत्नी को लेकर चिकित्सक के पास गया। दोनों प्रसन्न नजर आ रहे थे पति का इलाज से रोग दूर हो चुका था, परंतु वह रेमेडी को ढाई माह तक लेने के बाद 20 जून 2014 को अपने हिसाब से बंद कर दिया यह सोच कर कि अब इसकी कोई आवश्यकता नही थी।
पत्ति को इतनी जल्दी ठीक हो जाने से प्रेरित होकर 23 वर्षीय वह युवती भी वाइब्रॉनिक्स औषधि को चाहती थी। उसे 1 वर्ष से अनियमित मासिक धर्म की शिकायत थी। उसके दो मासिक धर्म के बीच में अंतर दो-तीन माह का होता था। दिसम्बर 2013 में, अल्ट्रासाउंड से ज्ञात हुआ था कि उसको डिंब ग्रंथि पुट्टी की समस्या है। उसको 5 अप्रैल 2014 को, निम्न उपचार दिया गया:
CC8.1 Female tonic + CC8.4 Ovaries & Uterus + CC8.8 Menses irregular…TDS
उसके मई से जुलाई तक, तीन चक्र समय से हुए। उन्हें अपार प्रसन्नता हुई जब वह अगस्त 2014 में गर्भवती हो गई। गर्भावस्था के दौरान नियमित जांच से पता चला कि डिंब ग्रंथि में पुट्टी नहीं है। गर्भावस्था के दौरान उसे औषधि लेते रहने की सलाह दी गई। उस दंपति ने 29 मई 2015 को सुखद सूचना दी कि उन्हें स्वस्थ पुत्री की प्राप्ति हो गई है। वह दोबारा गर्भवती हुई और मई 2018 में पुत्र का जन्म हुआ। मां और पुत्र दोनों स्वस्थ हैं। अब उनका पूरा परिवार केवल वाइब्रॉनिक्स औषधियों का ही सेवन करता है। अप्रैल 2020 तक वह सभी स्वस्थ एवं प्रसन्न थे।
रोगी की टिप्पणी - 15 मार्च 2019: मार्च 2014 में मैंने और मेरी पत्नी ने क्रमशः नपुंसकता एवं डिंब ग्रंथि की पुट्टी एवं अनियमित मासिक धर्म के लिए उपचार लिया था। हमारे विवाह के 3 वर्ष बाद भी संतान नहीं हुई थी। 3 माह तक उपचार करने के बाद मेरी पत्नी गर्भवती हुई और 8 मई 2015 को हमें पुत्री की प्राप्ति हुई। अभी हाल ही मई 2018 में हमें एक पुत्र की प्राप्ति हुई। वर्ष 2014 से अभी तक हमने उपरोक्त समस्या के लिए कोई उपचार नहीं लिया है और कोई तकलीफ भी नहीं हुई है। हमें इन रोगों में मदद करने के लिए, हम वाईब्रोनिक्स उपचार और साईं बाबा के आभारी हैं।