साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

प्रश्नोत्तर

Vol 11 अंक 2
मार्च / अप्रैल 2020


 

प्रश्न 1: क्या आप कोरोना वायरस COVID-19 के लिए रोग निरोधी उपचार बताने की कृपा करेंगे। यदि किसी व्यक्ति को इस रोग के होने की संभावना हो तो उसका क्या उपचार होगा?

उत्तर : 108CC बॉक्स में रोग निरोधी उपचार इस प्रकार है: CC4.1 Digestion tonic + CC4.8 Gastroenteritis + CC9.4 Children’s diseases + CC10.1 Emergencies + CC13.1 Kidney & Bladder tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic + CC19.3 Chest Infections chronic + CC19.6 Cough chronic + CC19.7 Throat chronic.

SRHVP के लिये: NM6 Calming + NM76 Dyspnoea + NM113 Inflammation + BR4 Fear + BR14 Lung +  SM26 Immunity + SM27 Infection + SM31 Lung & Chest + SM40 Throat + SR270 Apis Mel + SR271 Arnica 30C + SR272 Arsen Alb 30C + SR277 Bryonia 30C + SR291 Gelsemium 30C + SR298 Lachesis + SR301 Mercurius 30C + SR302 Nux Vom 30C + SR306 Phosphorus 30C + SR385 Eupatorium Perf + SR406 Sabadilla 30C + SR505 Lung. यदि आपके क्षेत्र में यह महामारी नहीं फैली है । यदि बीमारी फैल गई है तो OD के रूप में ले। यदि रोगी व्यस्क है और वह रोग के चपेट में आ सकता है या वायु यान में यात्रा करके आ रहा है तो जिस दिन यात्रा कर रहा है उस दिन और उससे 1 दिन पूर्व भी औषधि का सेवन करें।

यदि कोई व्यक्ति इस रोग से संक्रमित हो गया है तो 6TD की खुराक दें तथा उसे तुरंत ही एलोपैथिक उपचार की सलाह दें। यदि व्यक्ति को इस रोग की पुष्टि हो जाती है तो भी उसे एलोपैथिक उपचार लेते रहना चाहिए।

विस्तृत समाचार के लिए पढ़ें, “अतिरिक्त कॉलम

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प्रश्न 2: नोसोड बनाते समय क्या हमें दस्ताने पहनने चाहिए?

उत्तर : सावधानी हेतु दस्तानो का उपयोग करना चाहिए। शुरुआत में रोगी को सलाह दें कि शरीर से निष्कासित दूषित पदार्थों जैसे कि मूत्र, थूक या पस को शीशी में लेकर आयें तथा शीशी को बाहर से अच्छी तरह धोकर लाएं।
सैंपल वेल को दूषित होने से बचाने के लिए व चिकित्सक को संक्रमण से बचने के लिए, शीशी को प्लास्टिक में लपेट लेना चाहिए जैसे कि चिपकने वाली फिल्म इसके पश्चात ही शीशी को मशीन में रखना चाहिए। सैंपल को सदैव रोगी को वापस दे देना चाहिए जिससे कि वह उसे सुरक्षित स्थान पर फेंक सकेंI

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प्रश्न 3: क्या यह संभव है कि मैं अपने क्रिस्टलीय पेंडेंट को SRHVP मशीन में चार्ज कर सकती हूं, जो कि धातु के तारों से लिपटा हुआ है?

उत्तर : हमारे दृष्टिकोण के हिसाब से किसी भी वैल में धात्विक पदार्थ को नहीं रखना चाहिए क्योंकि धातु में आयरन होने के कारण SRHVP में लंबे समय तक रखने से चुंबक पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इस मामले में पेंडेंट के आसपास की धातु क्रिस्टल में जा रहे वाईब्रेशन को परेशान कर सकती है लेकिन यह SRHVP पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालेगी।

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प्रश्न 4: यह कैसे सुनिश्चित करें कि सेवा करते समय अहंकार चुपके से हमारे अंदर प्रवेश न करे और हम पर हावी न हो?

उत्तर : हम नहीं जानते कि अहंकार कब हमारे अंदर प्रवेश कर लेता है और चुपचाप हमारे अंदर कार्य करता रहता है। लेकिन प्रतिदिन यदि हम सुबह उठने से पहले प्रार्थना करने की आदत के साथ-साथ पहले रोगी के साथ बातचीत शुरू करने से पहले नियमित रूप से आत्मनिरीक्षण करें तो अवश्य ही हम एक दिन अपने अहंकार पर विजय पा लेंगे। हमे शरणागत भाव से प्रभु से प्रार्थना करनी चाहिये कि वह हमें इस सेवा के लिये विनम्र यंत्र बनाये। परिचय में 108CC पुस्तक में दी गई प्रार्थना को याद रखें: "हम प्रार्थना करते हैं कि हम आपके प्यार, प्रकाश और हीलिंग ऊर्जा के शुद्ध चैनल हों ताकि हम उन लोगों की मदद कर सकें जो आज हमारे पास आते हैं।" हमें प्रतिदिन यह याद रखना चाहिये कि वाईब्रोनिक्स एक माध्यम है जिससे कि हमे अपने आध्यात्मिक विकास करने का सुअवसर मिला हैI मैनुअल के शीर्षक पृष्ठ के साथ-साथ 108CC पुस्तक में दिए गए स्वामी के संदेश को हमेशा अपने ध्यान में रखे और जमीन से जुड़े रहें अर्थात विनम्र भाव से एक यंत्र की तरह कार्य करें। इस संदेश को हम किसी प्रमुख स्थान पर लगा देवें ताकि हम इसे प्रतिदिन पढ़े एवं अपना आत्मनिरीक्षण करेंI

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प्रश्न 5: क्या मैं निदान से पहले भी संदिग्ध कैंसर का इलाज कर सकता हूं?

उत्तर : हां, आप इससे सम्बंधित अंग के लिए भी रेमेडी दे सकते हैंI वाईब्रोनिक्स की सुंदरता यह है कि यह एक रोगनिरोधी है और शारीरिक स्तर पर लक्षण प्रकट होने से पहले ही ईथर शरीर पर काम करना शुरू कर देती है। कैंसर के लिए निवारक खुराक को हमारे समाचार पत्र, अंक 10 # 6 के प्रश्नोत्तर, प्रश्न 5 का संदर्भ ले सकते हैंI

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प्रश्न 6: थायराइड के लिए रोगी का इलाज कैसे करें जब यह ज्ञात नहीं है कि क्या यह हाइपर या हाइपो-थायराइड है?

उत्तर : एक नैदानिक रिपोर्ट की अनुपस्थिति में, हमें उनके लक्षण और कारण के बारे में ज्ञात करना चाहिये जिससे कि हमें सबसे उपयुक्त कॉम्बो चुनने में आसानी हो सके। हमारे समाचार पत्र अंक 10 #6 में थायरॉयड पर स्वास्थ्य लेख दिया गया है जिसे पढ़ कर आपको काफी मदद मिलेगीI

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प्रश्न 7: रोगी की जीभ पर कॉम्बो की पहली खुराक रखते समय यदि शीशी के ढक्कन का रोगी की जीभ से संपर्क हो जाए या रोगी की लार चिकित्सक की उंगली पर गिर जाए तो क्या करना चाहिए? 

उत्तर : रोगी के मुख में पहली खुराक रखते समय थोड़ी दूरी बनाए रखनी चाहिए । यदि फिर भी हाथ जीभ से संपर्क में आ जाता है तो अपने हाथ को भलीभांति धो लें यदि आप कुछ दूरी से रोगी के मुख मे पिल को नहीं रख रहें है तो आप ढक्कन सहित रोगी को दे देंवें वह स्वयं ही उसको अपने मुख में रख लेगा।

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प्रश्न 8:  क्या रोगी द्वारा प्रतिदिन सुबह-सुबह कपूर वाष्प लेने से उसके द्वारा लिए जा रहे थरथराहट के उपाय में बाधा आएगी?

उत्तर : कपूर की तीव्र गंध वाइब्रॉनिक्स औषधि के प्रभाव को बाधित करेगी। इसकी तेज गंध काफी समय तक बनी रहती है इसलिए इसे कीड़े मारने की गोलियों में मिलाया जाता है कि कीड़े दूर ही रहें। या तो रोगी को कपूर सूघंने  की आदत को छोड़ना पड़ेगा या फिर कम से कम वाइब्रो औषधि को 1 घंटे बाद लेना होगाI