साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
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चिकित्सकों की रूपरेखा 03542...UK


चिकित्सक03542...UK यह चिकित्सक एक योग्य संरचना अभियंता है। इन्हें यूके में निर्माण उद्योग में 40 वर्ष काम करने का अनुभव है। 2017 में सेवा मुक्त होने से पूर्व इन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी में तकनीकी निदेशक के रूप में कार्य किया था। यद्यपि यह बचपन से ही आध्यात्मिक प्रवृत्ति के रहे हैं परंतु 42 वर्ष की आयु में सत्य साईं बाबा की 'मैन ऑफ मिरेकल्स' पुस्तक पढ़ने के बाद उनके हृदय में आध्यात्मिक क्षेत्र में कार्य करने की प्रबल इच्छा जागृत हुई। उसी वर्ष जून 1996 में उन्होंने पुट्टापर्थी की यात्रा की और प्रथम बार स्वामी के दर्शन किए तथा स्वामी के प्रति उनका विश्वास दृढ़ हो गया। वह इतनी उत्साहित हुए कि उन्होंने अपने घर पर भजन करने शुरू कर दिए तथा जो कई वर्षों के बाद साईं गतिविधियों का केंद्र बन गया जो अभी तक चल रहा है। उन्हें कई अवसरों पर स्वामी का आशीर्वाद मिला है, उनके घर पर विभूति का सृजन हुआ है, शहद तथा लिंगम का भी पार्दुभाव हुआ है।फरवरी 2016 में उनके बचपन की इच्छानुसार, उन्हें चिकित्सक बनने का अवसर प्राप्त हुआ जब उन्हें यूट्यूब पर एक वीडियो के द्वारा वाइब्रॉनिक्स के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। वह सेवानिवृत्त होने के कगार पर थे।उन्होंने पत्नी सहित वाईब्रोनिक्स प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आवेदन कर दिया। तथा जून 2016 में AVP बन गए। वह 6 महीने से चल रही खांसी के लिए एलोपैथिक औषधि का सेवन कर रहे थे लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिला था। उन्हें आश्चर्य हुआ कि वाईब्रोनिक्स की खुराक लेते ही उनकी खांसी ठीक हो गई थी और दोबारा नहीं हुई। इससे वाईब्रोनिक्स के प्रति उनका विश्वास और दृढ़ हो गया तथा अत्यंत उत्साहित होकर  वाईब्रोनिक्स उपचार के माध्यम से सेवा करने लग गए। नवंबर 2018 में वे पुट्टपर्थी में SVP बन गए।

 

एक माह बाद जब वह स्वदेश के लिए प्रस्थान कर रहे थे तो उनके विभूति के बॉक्स में लिंगम प्रकट हुआ। चिकित्सक ने लगभग 170 रोगियों का उपचार किया है। उनमें से अधिकतर रोगियों को लाभ हुआ है और वे पूर्णतया स्वस्थ हो गए। उनके द्वारा किए गए उपचार से ठीक हुए रोग है- रक्तचाप, वेरीकोज वेन्स, डायरिया, कब्ज, उल्टी, कोलाइटिस,लीवर का सिरोसिस, कान का दर्द, हाइपोथायराइड, फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस,सर्दी-जुकाम, फ्लू, दांत दर्द, गुर्दे का संक्रमण, अनिंद्रा, तनाव, अवसाद, मिलर फिशर सिंड्रोम, अस्थमा और त्वचा संक्रमण। वह अपने बगीचे में पौधों का उपचार करने में बहुत आनंद प्राप्त करते हैं। इससे उनके बगीचे में सभी पौधे स्वस्थ और कीटाणु रहित रहते हैं, उनमें किसी भी प्रकार का फंगल इन्फेक्शन नहीं होता है।

चिकित्सक को 78 वर्षीय महिला का उपचार करते समय एक बहुत ही चमत्कारपूर्ण अनुभव हुआ। उस महिला के बाएं पैर के निचले पुट्ठे में दर्द रहता था, एलोपैथिक उपचार लेने के बावजूद ढाई माह से परेशानी थी। स्वपन में स्वामी के मार्गदर्शन के बाद वह महिला चिकित्सक के पास पहुंची। 17 मार्च 2018 को चिकित्सक ने साप्ताहिक भजन के पूर्व एक खुराक महिला को दी, चिकित्सक के घर में भजनों के पश्चात रोगी ने बड़ी खुशी के साथ बताया कि उसका पांव दर्द ठीक हो गया है और अब वह बिल्कुल स्वस्थ है। चिकित्सक ने महिला से कहा कि इस औषधि को लेते रहना लेकिन एक माह बाद रोगी ने ओषधि की बोतल को यह कहते हुए वापिस कर दी कि अब वह बिल्कुल स्वस्थ है। उसे विश्वास हो गया था कि एक खुराक से वह बिल्कुल स्वस्थ हो गई है। उसके बाद यह परेशानी दोबारा नहीं हुई! 

चिकित्सक ने एक 30 वर्षीय युवक के मस्तिष्क में रक्त-स्त्राव के बारे में भी बतलाया। वह युवक तंजानिया का रहने वाला था ।रक्त-स्त्राव के कारण बोल नहीं सकता था, पक्षाघात के कारण उसके अंगों की क्रियाशीलता समाप्त हो गई थी, सांस लेने में परेशानी होती थी और निगलना भी असंभव हो गया था। 6 माह तक औषधालय में उपचार कराने के बावजूद भी उसकी स्थिति में कोई अंतर दृष्टिगोचर नहीं हो रहा था। हताशा में फरवरी 2019 को घर ले आया गया। परिवार वालों के अनुरोध पर चिकित्सक ने 22 मार्च 2019 को अनवरत रूप से SM12 Brain and Paralysis औषधि का 2 घंटे तक (If using the 108CC box, give CC18.1 Brain disabilities) ब्रॉड-कास्ट किया। इसके पश्चात कुछ अन्य औषधियों को भी ब्रॉडकास्ट में शामिल कर लिया, क्योंकि रोगी मूत्र संक्रमण, मधुमेह, उक्त रक्तचाप एवं कोलेस्ट्रॉल से भी पीड़ित था। अगले 1-3 माह में मूत्र संक्रमण बिल्कुल ठीक हो गया था और रोगी अपने अंगों को हिलाने डुलाने में समर्थ हो गया था। पहले की अपेक्षा स्वास भी ठीक से लेने लगा था और भोजन भी करने लगा था। 6 माह पश्चात रोगी अपने अंगों को अच्छी तरह से हिलाने लगा था, भोजन भी अपने आप खाने लगा था। यद्यपि उसकी गतिशीलता पूर्ण रूप से सामान्य नहीं हुई थी। इस उपचार से उत्साहित होकर चिकित्सक दूरस्थ उपचार करने लगा ।
उसने अनुभव किया कि जो लोग तनाव और चिंता ग्रस्त रहते हैं उनके उपचार में CC15.1 Mental & Emotional tonic औषधि बहुत प्रभावी होती है। जीर्ण रोगों के उपचार में CC12.4 Autoimmune diseases      को मिलाने से रोगी को लाभ शीघ्र हो जाता है।

बहुत से  वाइब्रॉनिक्स रेमेडीज का उपयोग रोगोंपचार की अपेक्षा रोगों से बचाव के लिए करते हैं। वह एलोपैथिक औषधियों को, उनके दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए, पोटेंटाईज़ करते हैं। चिकित्सक सदैव अपने साथ वैलनेस किट को रखते हैं तथा अपनी यात्रा के दौरान बहुत से व्यक्तियों का उपचार सफलतापूर्वक किया है ।

चिकित्सक का कहना है कि वह रोगियों को काफी समय देते हैं और उनके द्वारा दी गई जानकारी बड़े ध्यानपूर्वक सुनते हैं, इस दौरान वह करुणा और प्रेम से ओतप्रोत रहते हैं। यही कारण है कि रोगी इस उपचार के महत्व को समझ पाते हैं तथा दिए गए निर्देशों का पालन करते हैं। वे साईं वाइब्रॉनिक्स के प्रति बहुत आभारी है जिसने उन्हें इतना सहानुभूतिक बना दिया है। उन्हें अपने अंतर्बोध पर विश्वास है क्योंकि वे यह मानते हैं कि स्वामी उन्हें मार्गदर्शन दे रहे हैं, इस बात का मनन करते हुए ही वह प्रत्येक रोगी का उपचार करते हैं। स्वामी के आशीर्वाद के फलस्वरूप वह विनम्र हो गए हैं और वाइब्रॉनिक्स के उत्थान के लिए वह अपना योगदान देने के लिए कृतसंकल्प है, विशेषकर यूके मेंI

 

अनुकरणीय उपचार:

     डायरिया, श्वसन में तकलीफ
     आंव और पेट में अल्सर