साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
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चिकित्सक की रुपरेखा 11520...भारत


चिकित्सक11520...भारतने नैदानिक मनोविज्ञान और प्रबंधन की शिक्षा प्राप्त की है तथा वह कॉर्पोरेट परामर्शदाता के रूप में कार्यरत हैं। वह अधिकतर अपने घर से ही अपने कार्य का संचालन करती हैं इससे वह अपने व्यवसाय और परिवारिक जिम्मेदारी के मध्य संतुलन बनाये रखती है। वर्ष 2012 में वह साई वाइब्रोनिक्स के प्रति आकर्षित हुई। वर्ष 2008 में उनके पति को एक दुर्धटना का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके कुल्हे के जोड़ की हड्डी टूट गई थी इससे वह विकलांग की स्थिति में पहुँच गये थे। उन्होंने सभी संभव इलाज करवाये (ऐलोपैथिक, होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक तथा अन्य इलाज) परन्तु किसी से पूर्ण लाभ नहीं मिला। चलने में दूसरे व्यक्ति का सहारा लेना पड़ता था। चिकित्सक की मुलाकात एक अन्य चिकित्सक02860 से हुई और वर्ष 2011 में पति का वाईब्रो उपचार शुरू हुआ। छः माह में ही वॉकर की मदद से अपनी इच्छानुसार चलने-फिरने लग गये। उनकी इस चमत्कारपूर्ण स्वास्थ्य लाभ से वह स्वामी के प्रति आभार से भर गई। उन्होंने तुरंत ही स्वामी की सेवा हेतु वाईब्रोनिक्स का सहारा लेने के लिये प्रण कर लिया।

दिसम्बर 2012 में वह AVP बन गई और फरवरी 2013 में वह VP बन गई तथा फरवरी 2015 में वह SVP बन गई। इसके तुरंत बाद ही उनके पति के टखने की हड्डी टूट गई। उनके बायें पाँव के अस्थि बंधन में चोट व सूजन हो गई थी। उनके पति को वाइब्रो उपचार में पूर्ण विश्वास था अतः चिकित्सक ने स्वंय ही पति का उपचार शुरू कर दिया। 25 दिनों में ही वह पूर्ण स्वस्थ्य हो गये थे। इससे चिकित्सक का स्वामी तथा वाइब्रोनिक्स में विश्वास और भी अधिक गहरा गया।

दिसम्बर 2012 से चिकित्सक ने 3300 रोगियों का उपचार किया है, विशेषकर गरीब, जरूरतमंद वैरीकोस वेन्स, यू.टी.आई. मांस पेशियों की सूजन, फ्रोज़न शोल्डर, फ्रैक्चर, किडनी की पथरी, त्वचा का जलजाना, त्वचा की ऐलर्जी, श्वास संबंधी रोग, अवसाद तथा सामान्य सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार। जब भी वह कोई रिमैडी बनाती है और कोई भी बोतल को उठाती है या कार्ड उठाती है तो उसे यह आभास होता है कि जैसे स्वामी ही उसे निर्देश दे रहे है और वइ इस अंतर्ज्ञान के अनुरूप ही काम्बोज़ का चयन कर रही है, इससे वह रिमैडी तीव्रता के साथ कार्य करती है। वह अपनी सफलता का श्रेय वाइब्रो समाचार पत्रों को देती है। वह वेबसाइट पर समाचार पत्रों को पढ़कर अपने आप को अद्यतन बनाये रखती है।

चिकित्सक अपने घर के पौधों को कॉम्बोCC1.2 Plant tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic देकर उन्हें स्वास्थ्य बनाये रखने में प्रसन्नता अनुभव करती है। उसका कहना है कि उसके सभी पौधे पड़ोसियों के पौधों से अधिक हरे-भरे और स्वस्थ्य है। यद्यपि बाहर का तापक्रम 48°C तक बढ़ जाता है। वह उपरोक्त कॉम्बो में CC18.1 Brain disabilities भी मिलाती है जब पौधों को स्थानान्तरण करना होता है। इस कॉम्बो का मिट्टी में छिड़काव किया जाता है। नये पौधों को रोपते समय भी यही क्रिया आपनाई जाती है। उसके बगीचे में जो भी पक्षी और जानवर आते हैं उनके प्रति उसके अन्दर दया के भाव उत्पन्न हो जाते हैं, उनके लिये प्रति दिन जल की व्यवस्था भी करती है। जब से वह AVP बनी है तभी से वह इस जल में CC1.1 Animal tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic मिलाना नहीं भूलती है। इससे उसके बगीचे में आने वाले पक्षियों और जानवरों की संख्या लगातार बढ़ रही है (देखें पिक्चर)

चिकित्सक को वाइब्रो उपचार करने में बहुत आनन्द का अनुभव होता है। वह अपने आप को स्वामी का एक यंत्र मानते हुये कार्य करती रहती है। उसका आत्मविश्वास बढ़ गया है तथा ईश्वर में विश्वास और गहरा गया है। उसका विश्वास है कि यदि यह कार्य ईश्वर को समर्पित करते हुये पवित्र हृदय के साथ किया जाता है तो इस दवा का प्रभाव बढ़ जाता है और आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं। उसकी तीव्र प्रार्थना है कि ‘‘प्रत्येक परिवार को एक वाइब्रोचिकित्सक की सेवायें उपलब्ध हों!”

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