साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
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Vol 0 अंक 3
कोविड-19 अपडेट हिन्दी मे
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कोविड-19 अपडेट हिन्दी मे

कोविड-19 के विषय में नई सूचना (मूल लेख खंड 11 अंक 2 में प्रकाशित, औषधि का अंतिम नवीनीकरण खंड 12 अंक 2 में- (मार्च-अप्रैल 2021)

भारत एवं अन्य देश संप्रति में कोविड-19 की एक और लहर से पीड़ित है या फिर उबर रहे हैं एवं यह कहा जा रहा है कि विषाणु पहले से अधिक संक्रामक हो गया है। इसकी समय पर पहचान, उपचार करने एवं जटिलताओं से बचने के लिए कोविड-19 के नवीनतम लक्षणों के विषय में जानकारी महत्वपूर्ण है। ज्वर, सूखी खांसी, थकान, सांस लेने में कठिनाई, मांसपेशियों में दर्द, स्वाद एवं गंध का पता ना लगना, एवं कुछ मामलों में पेट दर्द इत्यादि, संक्रमण के कुछ सामान्य रूप से ज्ञात लक्षण है।

संक्रमण की द्वितीय लहर में देखे गए कुछ लक्षण

1. सांस लेने में कठिनाई (डिस्प्नोया)संक्रमण फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है जिसके कारण ऑक्सीजन की सांद्रता (SpO2) का स्तर कम हो जाता है; यह प्रमुख लक्षण है।

2. जठरांत्र पथ का संक्रमण : भूख न लगना उल्टी पेट में दर्द एवं दस्त। अधिकांश रोगियों को 1 से 14 दिन तक दस्त की शिकायत रहती है।  यह औसतन 5 दिन तक रहता है।

3. बहरापन : अचानक हो सकता है, निम्न, मध्यम या गंभीर हो सकता है एवं साथ में टिनिटस भी हो सकता है।

4. अत्यधिक थकान एवं कमजोरी : दूसरी लहर में अधिक गंभीर रूप से। 

5. आंखों में लालिमा या कंजेक्टिवाइटिस : सामान्यता आंख में खुजली लालिमा एवं आंसू आते हैं, जिनके कारण आंखें फूल जाती हैं और पनीली (बोदी) हो जाती हैं, कभी-कभी आंखों में लगातार खुजली होती है और प्रकाश के प्रति संवेदना बढ़ जाती है। यह मुख्यतः एक आंख में होता है, जबकि कंजेक्टिवाइटिस दोनों आंखों को प्रभावित करता है। 

6. मुंह में सूखापन : एक सामान्य प्रारंभिक लक्षण। क्योंकि मुंह विषाणु का संभावित प्रवेश बिंदु होता है, पता है यह मुख गुहा के उत्तक एवं श्लेष्मा झिल्ली पर आक्रमण कर सकता है, जिसके कारण लार का उत्पादन घट जाता है, अतः मुंह सूखा प्रतीत होता है; सूखी जीभ, जीभ के रंग और बनावट में परिवर्तन, छाले, और भोजन करने में कठिनाई भी हो सकता है।

7. सर दर्द : एक सामान्य सर दर्द जो बहुत लंबे समय से लगातार चल रहा है और जो दर्द की दवा लेने पर भी नहीं ठीक हो रहा, यह दूसरी लहर में नया लक्षण सामने आया है।

8. त्वचा पर दाने : सामान्यता हाथों और पैरों पर।

9. वजन घटना: एक अन्य नया पहचाना गया लक्षण।

यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण से ग्रसित है तो कृपया घबराए नहीं। स्वयं को दूसरे परिवार जनों से अलग कर ले एवं अपने चिकित्सक से परामर्श के बाद अपना कोविड-19 का परीक्षण करवा ले। यदि आपको सीने में दर्द या जकड़न महसूस हो रही है, त्वचा का रंग पीला या नीला हो गया है, अचानक ही वाणी या गतिशीलता में कमी हो गई है, या किसी नए भ्रम की स्थिति हो रही है, तो तुरंत चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करें।

कोविड संबंधित जटिलताएं

अ. न्यूकोरमाइकोसिस या काली फफूंद : कोविड-19 हुए रोगियों में इस अत्यधिक खतरनाक काली फफूंद का संक्रमण भारत में महामारी के स्तर तक पहुंच चुका है। यह मुख्यत: उन्ही रोगियों को प्रभावित करता है जो कि स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के कारण वातावरणीय रोगजनकों का मुकाबला करने में असमर्थ है। मुख्यतः अनियंत्रित मधुमेह, प्रत्यारोपण के पश्चात कोमोरबीडीटीस  या हानिकारकता, या फिर स्टेरॉइड्स के कारण प्रतिरक्षादमनकारी होना, या आईसीयू में लंबे समय रहने वाले रोगी इसके मुख्य शिकार होते हैं। चेतावनी के संकेतों की उपेक्षा न करें : आंखों या नाक के आसपास दर्द/लालिमा, सर दर्द, सांस लेने में कठिनाई, खून की उल्टी, मानसिक अवस्था में परिवर्तन, ज्वर एवं खांसी। यह अत्यधिक आवश्यक है कि कोविड-19 के पश्चात मधुमेह के रोगी अपने रक्त शर्करा की नियमित जांच करते रहें एवं उसे नियंत्रित रखें। ऑक्सीजन चिकित्सा लेते समय ह्यूमिडिफायर में केवल डिस्टिल्ड पानी का ही प्रयोग करें। कभी भी स्टेरॉइड्स, एंटीफंगल दवा या एंटीबायोटिक्स से स्वयं चिकित्सा ना करें क्योंकि उनका विवेकपूर्ण उपयोग अनिवार्य है। 

 ब. बच्चों में मल्टीसिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम (एमआईएस-सी): दुर्लभ परिस्थितियों में कोविड-19 से मुक्त होने के 2 से 6 सप्ताह बाद एमआईएस-सी हो सकता है, जिसके कारण तुरंत अस्पताल में दाखिल करना पड़ता है। संकेत और लक्षण है : ज्वर, उल्टी तथा दस्त, पेट में दर्द, त्वचा पर दाने, जल्दी जल्दी सांस लेना, लाल आंखें, होठों और जीभ में सूजन, अत्यधिक रोना, तंद्रावस्था एवं अत्यधिक सोना।  

ब. आंतों का विगलन : हाल ही में, कोविड के कारण आंतों में थक्का जमने से विगलन होने के मामले भी सामने आए हैं। यदि इनका इलाज 24 घंटे के अंदर नहीं प्रारंभ किया गया तो जान बचाने के अवसर 50% तक कम हो जाते हैं।

क्योंकि विषाणु अत्यधिक संक्रामक है अतः हम चिकित्सकों को सभी रोगियों को उनके स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इस विषाणु संक्रमण की रोकथाम एवं चिकित्सा संबंधी दिए गए निर्देशों का पालन कड़ाई से करने का आग्रह कर सकते हैं। कोविड-19 संबंधित उचित व्यवहार जैसे कि मास्क पहनना, हाथों की सफाई एवं शारीरिक दूरी बनाए रखना, कोविड के लक्षणों से ग्रसित लोगों को टेलीफोन पर परामर्श लेने की राय तथा स्वस्थ संतुलित आहार एवं समुचित मात्रा में पानी ग्रहण करने के महत्व पर बल देते रहे। रोगियों एवं उनके परिवार जनों को सलाह दी जाती है कि आपस में जुड़े रहें एवं फोन तथा वीडियो कॉल द्वारा सकारात्मकता बनाए रखें। 

कुछ कोविड से मुक्त हुए रोगियों में लगातार परिवर्तित होते विषाणु एवं संभावित गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए हमने औषधि एवं उसकी मात्रा में  आवश्यक परिवर्तन किए हैं। अनुसंधान दल ने ऊपर वर्णित लक्षणों एवं आयुष मंत्रालय, भारत, द्वारा दी गई होम्योपैथिक औषधि संबंधित दिशानिर्देशों को ध्यान में रखा है। 

A. प्रतिरक्षा बूस्टर (IB) रोग निरोधी एवं उपचार हेतु : 

जिनके पास 108CC बॉक्स है CC3.2 Bleeding disorders + CC4.1 Digestion tonic + CC4.6 Diarrhoea + CC5.1 Ear infections + CC7.2 Partial Vision +  CC9.4 Children’s diseases + CC10.1 Emergencies + CC11.5 Mouth infections + CC12.2 Child tonic +  CC15.1 Mental & Emotional tonic + CC19.3 Chest infections chronic + CC19.5 Sinusitis + CC19.6 Cough chronic + CC19.7 Throat chronic + CC21.11 Wounds and Abrasions

जिनके पास 108CC बॉक्स नहीं है परंतु SRHVP है: NM6 Calming + NM25 Shock + NM80 Gastro + BR4 Fear + SM18 Digestion + SM20 Eyes + SM26 Immunity + SM27 Infection + SM31 Lung & Chest + SM35 Sinus + SM39 Tension + SM40 Throat + SM268 Anacardium 30C + SR272 Arsen Alb 30C + SR278 Cactus 30C + SR279 Cadmium Sulph 30C + SR291 Gelsemium 30C + SR298 Lachesis 30C + SR301 Mercurius 30C + SR304 Oxygen 200C + SR318 Thuja 200C + SR383 Cuprem Met 30C + SR408 Secale Corn 6X + SR566 Fungi-Pathogenic.

मात्रा: रोग निरोध हेतु: BD सो कर उठने एवं सोने जाने से पहले। सुबह सोकर उठने के बाद OD उनके लिए जो कि पूरी तरह वैक्सीनेटेड है या फिर कोविड-19 से मुक्त हो चुके हैं या  ऐसे देश में रहते हैं जहां कोविड-19 नहीं है। 

उपचार हेतु: हर एक घंटे में एक खुराक पहले 6 घंटे तक , उसके बाद 6TD,उसके उपरांत, सुधार होने पर घटाते हुए QDS - TDS - BD - OD. कोविड-19 के पश्चात होने वाली जटिलताओं जैसे कि फफूंद संक्रमण या रक्त में थक्का जमने पर यही खुराक दें। 

कोविड-19 के लक्षणों से युक्त परंतु नकारात्मक परीक्षण परिणाम होने पर या फिर परीक्षण नहीं कराने पर : 6TD से प्रारंभ करें,  तत्पश्चात ऊपर की भांति घटाते जाएं। 

चेतावनी : किसी भी एलोपैथिक चिकित्सा को बंद ना करें।  

B. आरोग्यलाभ: जब रोगी ठीक हो चुका है एवं उसका परीक्षण नकारात्मक आया है परंतु वह उर्जा हीन अनुभव करता है एवं देह तथा मन से थका हुआ अनुभव करता है या कोई जटिलता उत्पन्न हो जाती है, तब नीचे लिखी औषधि दे जब तक के रोगी स्वस्थ एवं शक्तिमान अनुभव ना करने लगे :

जिनके पास 108CC बॉक्स हैCC3.1 Heart tonic + CC3.7 Circulation + CC4.1 Digestion tonic + CC11.3 Headaches + CC12.1 Adult tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic + CC19.3 Chest infections chronic + CC19.4 Asthma + CC19.6 Cough chronic + CC19.7 Throat chronic + CC20.1 SMJ tonic + CC21.11 Wounds and Abrasions

जिनके पास 108CC बॉक्स नहीं है परंतु SRHVP हैNM2 Blood + NM6 Calming + NM7 CB7 + BR3 Depression + SM18 Digestion + SM26 Immunity + SM31 Lung & Chest + SR269 Antim Tart 30C + SR272 Arsen Alb 30C + SR298 Lachesis 30C + SR318 Thuja 200C + SR351 Kali Carb 30C + SR389 Kali Bic 6X + SR408 Secale Corn 6X + SR566 Fungi-Pathogenic

मात्रा: TDS, सुधार होने पर घटाते जाए परंतु IB की OD खुराक को जागने पर 20 मिनट के अंतर पर भी जारी रखे। 

C. टीकाकरण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए :

जिनके पास SRHVP हैSR318 Thuja 30C 

जिनके पास केवल 108CC बॉक्स हैCC9.4 Children’s diseases

मात्रा: OD रात में, टीकाकरण से 2 दिन पूर्व एवं टीकाकरण से 10 दिनों तक, सुबह उठकर इस अवधि में IB की OD खुराक को भी लेते रहे।

यदि रोगी में दुष्प्रभाव उत्पन्न हो जाते हैं तब (जैसे कि बांह में अत्यधिक दर्द, थकान, सर दर्द, मिचली या उल्टी), सामान्यता टीकाकरण के 1 या 2 दिन बाद, इसके अतिरिक्त ऊपर दिया आरोग्य लाभ कोंबो भी लेते रहे । 

D. ऑक्सीजन की सांद्रता स्तर बढ़ाने के लिए परंतु अन्य सभी चिकित्सा भी जारी रखें:

जिनके पास SRHVP हैSR304 Oxygen 200C पानी में।

जिनके पास केवल 108CC बॉक्स हैCC19.1 Chest tonic पानी में

मात्रा: ऑक्सीजन सांद्रता स्तर के 90 तक पहुंचने तक हर 10 मिनट पर, उसके बाद हर घंटे जब तक आवश्यकता है। 

महत्वपूर्ण: ऊपर लिखी सूचना हमारी वेबसाइट (https://news.vibrionics.org) पर न्यूज़लेटर: भाग 0 – अंक 3 में उपलब्ध है जिसे  ‘Previous Issues’ पर क्लिक करके प्राप्त किया जा सकता है। सभी समन्वयको को सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी चिकित्सक (जो उन्हें रिपोर्टिंग करते हैं) ऊपर दी सूचना से अवगत हों एवं जिन चिकित्सकों के पास ईमेल नहीं है उन्हें भी न्यूज़लेटर पढ़ने की राय दें।