साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

एच्.आई.वी 11975...India


एक 55 वर्षीय महिला 4 माह से बिस्तर पर रहने को मजबूर थी। उसका इस समय में वजन आधा हो गया था 80kg से 40kgI 25 नवंबर 2016 को उसे हॉस्पिटल ले जाया गया उसके भाई के द्वारा क्योंकि उसे खांसी, तेज बुखार, अत्यंत कमजोरी, जिसके कारण चलने में असमर्थता थी। वहां उसकी जांच होने पर मालूम हुआ कि वह  एचआईवी पॉजिटिव है। उसका CD4 count* केवल 77 थाI उसको बीमारी उसके पति से मिली थी जो एचआईवी के कारण 6 नवंबर, 2016 को स्वर्ग सिधार गया थे। हॉस्पिटल में उसका उपचार एंटीबायोटिक औषधियों से किया जा रहा था। उसकी खांसी तो ठीक हो गई थी परंतु एचआईवी नाम से वह महिला अत्यधिक विचलित हो गई थी। औषधियों का सेवन करने के बावजूद उसको उल्टी, पेचिश, मुंह में छाले, फ्लू और गले में संक्रमण से हर हफ्ते जूझना पड़ता था। निराशा के वशीभूत होकर उसने औषधियों का सेवन बंद कर दिया और सभी जांचो के कागजों को फाड़ दिया जिससे कि अन्य लोग यह ना जान सके कि वह एचआईवी से ग्रसित है। रोगी के भाई को वाइब्रॉनिक्स उपचार पर बहुत विश्वास था। उसने अपना व अपनी पत्नी का बांझपन के लिए उपचार करवाया थाI गोपनीयता का विश्वास दिलाते हुए वाइब्रॉनिक्स उपचार लेने के लिए मना लिया गया परंतु उसने चिकित्सक के पास जाने से इंकार कर दिया।

अतः 16 जनवरी 2017 को उसका भाई निम्न औषधि चिकित्सक से लेकर आया :
CC8.1 Female tonic + CC10.1 Emergencies + CC12.1 Adult tonic + CC12.3 AIDS - HIV + CC15.1 Mental & Emotional tonic…6TD

15 दिनों में ही रोगी में इतनी शक्ति आ गई थी कि वह घर में इधर-उधर घूमने लग गई थीI उसका एक सगा संबंधी जो पेशे से डॉक्टर था और जिस पर महिला को पूर्ण विश्वास था उसका नियमित रूप से CD4 का टेस्ट करता रहता था जिससे कि वाइब्रो औषधि की प्रभावशीलता जानी जा सके जिससे कि उस महिला की आशाओं को जिंदा रखा जा सके।

धीरे-धीरे उसके सभी लक्षणों में सुधार होने लगा। अक्टूबर 2018 में उसके संबंधी डॉक्टर ने उसे बताया कि उसका CD4 count बढ़ने लगा है लेकिन अभी 200 से कम है। इस समाचार से उस महिलाओं को बहुत राहत मिली। जनवरी 2019 तक वह सभी लक्षणों से मुक्त हो गई थी। उसका CD4 count भी 200 से अधिक हो गया था। जिसका आशय यह था कि वह अब खतरे से बाहर आ गई है। उसका वजन भी बढ़कर 69 kg. हो गया था। उसके बाद से उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जनवरी 2020 तक वह बिल्कुल सामान्य हो गई थी। 20 मार्च 2020 को उसको बता दिया गया कि अब वह शत-प्रतिशत ठीक हो गई है क्योंकि उसका CD4 Count अब 375 हो गया है। लेकिन रोगी खुराक को कम करने के लिए सहमत नहीं थी। वह अब चिकित्सक से फोन पर बात करने लगी थी, उसको धन्यवाद दे दिया परंतु वह चिकित्सक से मिलना नहीं चाहती थी और ना ही किसी भी प्रकार के सवालों का उत्तर देना चाहती थी। उसका भाई हर माह चिकित्सक से औषधि लेकर उसे दे देता था। जून 2020 में लॉक डाउन के कारण वह टेस्ट कराने नहीं जा सकी। लेकिन उसके भाई के अनुसार, वह बिल्कुल स्वस्थ और प्रसन्न है, स्फूर्ति भी उसमें आ गई है और चेहरे पर आत्मविश्वास दिखाई देता है।

* CD4 count मनुष्य में इम्यूनिटी की स्थिति को प्रदर्शित करता है। एक स्वस्थ व्यस्क के लिए CD4 का मान 500 से 1,200 cells/mm3 रक्त का होता है। यदि यह मान 200 से कम होता है तो व्यक्ति AIDS से ग्रसित होता है।