साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

मुहं का कैंसर 11975...India


2013 में एक 40-वर्षीय पुरुष के मुंह में कैंसर था, की कीमोथेरेपी व शल्यक्रिया (तीसरी स्टेज ) 24 अप्रैल 2013 को की गई थी। चूंकि उसका कैंसर अधिक स्टेज का था। अतः उसे यह चेतावनी दी गई थी कि वह 6 माह से अधिक नहीं जी सकेगा। बीमारी से त्रस्त हार ना मानने की ठान ली थी क्योंकि उसके तीन बच्चे थे और आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं थी। वह वाइब्रो चिकित्सक के पास 23 अगस्त 2013 को पहुंचा। यह चिकित्सक का पहला कैंसर रोगी था। यह उसके AVP के प्रशिक्षण के 6 माह बाद की घटना है। चिकित्सक ने महसूस किया कि रोगी को बहुत अधिक दर्द हो रहा है, उसको रात में नींद भी नहीं आती थी, मुंह से पस निकल रहा था वह साफ-साफ बोलने में भी असमर्थ थाI वह उसकी इस अवस्था से बहुत द्रवित हो गई थी कि वह 4 साल पहले एक दुर्घटना में अपना एक पैर खो चुका था और एक कृत्रिम अंग के साथ काम कर रहा था। उसने व्यक्ति को सांत्वना देते हुए उसे औषधि प्रदान की और ईश्वर से उसकी मंगल कामना के लिए दिल से प्रार्थना की।

#1. CC2.1 Cancers-all + CC2.2 Cancer pain + CC2.3 Tumours & Growths + CC10.1 Emergencies + CC11.5 Mouth infections + CC12.1 Adult tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic…6TD

#2. CC15.1 Mental & Emotional tonic + CC15.6 Sleep disorders…OD रात को सोने से पूर्वI

उसने सभी एलोपैथिक औषधियों को बंद कर दिया केवल वाइब्रो औषधि का सेवन शुरू कर दिया। 48 घंटों के अंदर ही उसकी पत्नी ने सूचित किया कि मुंह से पस आना बंद हो गया है और दर्द भी अब सहनीय है। वह रात्रि को सोने लगा है। तीन सप्ताह बाद, उसका दर्द समाप्त हो गया था और अब वह साफ-साफ बोलने लगा था तथा कहने लगा था कि उसका ईश्वर में विशवास और अधिक गहरा हो गया हैI वह अच्छी तरह सो पा रहा था। अतः औषधि #2 को बंद कर दिया गया, 23 अक्टूबर 2013 को, लेकिन रोगी #1 उपचार को 6TD पर जारी रखना चाहता था। 6 माह बाद 30 अप्रैल 2014 को औषधि की खुराक को QDS कर दिया गया।1 वर्ष बाद जुलाई 2015 को खुराक को TDS कर दिया गया। जब उसका कैंसर का परीक्षण किया गया तो वह कैंसर मुक्त हो चुका था। 20 दिसंबर 2018 को छूट की अवधि समाप्त होने पर उसके वार्षिक परीक्षण पर उसे कैंसर मुक्त पाया गया। अतः खुराक को कम करके OD कर दिया गया तथा अप्रैल 2019 में उपचार बंद कर दिया गया। 24 जून 2020 को जब उससे संपर्क किया गया तो उसने बताया कि वह बिल्कुल स्वस्थ है तथा रोग दुबारा नहीं हुआ है। स्वामी के प्रति आभार स्वरूप घर पर साईं भजन करता रहता है। चिकित्सक की सलाह के अनुसार, वह #1 औषधि का सेवन OW रूप में बचाव की दृष्टि से कर रहा है।