पापुलर पित्ती 03552...UAE
एक 37-वर्षीय महिला के हाथ, पांव और पेट पर बहुत खुजली होती थी। वह महिला गर्भवती भी थी। उसकी बीमारी का निदान पित्ती के रूप में किया गया था । डॉक्टर ने उसे कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम लगाने की सलाह दी थी। रोगी उस क्रीम का उपयोग नहीं करना चाहती थी। वह आयुर्वेदिक उपचार के रूप में नीम पेस्ट, ग्वार पाठा का जैल और ओट मील से स्नान करती थी, परंतु इनका प्रभाव भी नगण्य ही था। वह चिकित्सक के पास 18 जुलाई 2016 को पहुंची, उसे निम्न औषधि दी गई:
#1. CC13.1 Kidney & Bladder tonic + CC21.3 Skin allergies…TDS तथा पानी में मिलाकर बाह्य उपयोग के लिए...BD, सुबह नहाने के बाद और रात्रि को सोने से पहले।
#2. CC8.2 Pregnancy tonic…TDS
अगले दिन हाथ व पांव पर खुजली बढ़ गई थी लेकिन रोगी दवा को निर्धारित खुराक के अनुसार TDS ही लेता रहा। 2 दिनों के बाद वृद्धि अपने आप ही कम हो गई और उसी सप्ताह में हाथ व पैर की खुजली में 90% का लाभ हो गया था, पांवो की खुजली में भी 50℅ की कमी हो गई थी।
तीसरे सप्ताह के अंत तक, 7 अगस्त 2016 को, खुजली एकदम ठीक हो गई थी। रोगी को उस समय और भी अधिक खुशी हुई जब उसे यह ज्ञात हुआ कि जहां पर शल्यक्रिया की गई थी उस स्थान का दर्द भी ठीक हो गया था। औषधि #1 खुराक को कम करके 1 सप्ताह के लिए BD कर दिया गया उसके पश्चात एक माह तक OD करके 15 सितंबर तक बंद कर देना था। उसको औषधि #2 को शिशु के जन्म लेने तक लेना था। अक्टूबर 2016 को उसने एक बालक को जन्म दिया। रोगी ने 2019 में जब चिकित्सक से संपर्क किया था उसको किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हुई थी।