साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

त्वचा की ऐलर्जी 11587...भारत


एक  72-वर्षीय वृद्ध जो कि झुग्गी बस्ती में, खराब स्वास्थयकर स्थिति में रहती थी, उसके दायें पाँव में फफूदीय संक्रमण था। वह 12 वर्षों से इस रोग से पीड़ित था। उसकी त्वचा की हालत दयनीय थी, जिस पर काले रंग का 3 इंच का एक धब्बा था, जिससे मवाद निकल रहा था। उसको अत्यधिक जलन और दर्द था जिसके कारण वह ठीक से चल भी नहीं पाता था। वह अपने कार्य पर भी नहीं जा पाता था और अक्सर छुट्टी पर रहता था। जब कभी भी वह हॉस्पिटल में भर्ती हो जाता था तो उसे थोड़ा आराम मिल जाता था। वह त्वचा पर एक मल्हम लगा लेता था परन्तु किसी भी प्रकार का उपचार नहीं लेता था। 19 जुलाई 2017 को वाइब्रोचिकित्सक के पास पहुँचा।

उसे निम्न औषधि दी गई:
#1. CC10.1 Emergencies + CC12.1 Adult tonic + CC21.7 Fungus + CC21.11 Wounds & Abrasions…QDS

#2. CC21.2 Skin infections + #1BD विभूति में मिलाकर त्वचा पर लगाने के लिये।

एक सप्ताह में ही मवाद आना बन्द हो गया। अगले 10 दिनों में जलन और दर्द भी ठीक हो गये। वह अब आराम से चल सकता था अतः उसने अपनी डयूटी शुरू कर दी। पाँव का काला धब्बा अभी भी बना हुआ था। 6 सप्ताह बाद जब रोगी वापस आया तो उसका काला धब्बा भी ठीक हो गया था अतः औषधि #1 की खुराक को TDS कर दिया गया और #2 को BD रूप में चलते रहने दिया। एक माह बाद उसने सूचना दी कि वह अब बिलकुल स्वस्थ्य हो गया है और वापस दवाई लेने भी नहीं आया अतः खुराक को OW तक कम नहीं किया जा सका जैसा कि चिकित्सक चाहते थे। रोगी चिकित्सक के घर के पास ही रहता था, चिकित्सक ने देखा कि उसे कोई परेशानी नहीं है। फरवरी 2019 तक उसे कोई परेशानी नहीं हुई थी।