साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

डॉ० जीत के अग्रवाल की कलम से

Vol 11 अंक 5
सितम्बर/अक्टूबर 2020


प्रिय चिकित्सको,

पिछले माह से इस वर्ष के त्योहारों की शुरुआत हुई है। यह शुरुआत गुरु पूर्णिमा से हुई उसके पश्चात जन्माष्टमी (भगवन श्री कृष्ण का जन्म) और दस दिन पूर्व हमने गणेश चतुर्थी का उत्सव (बाधाओं को दूर करने वाले गणेश) मनाया और कल ही ओणम का सुंदर केरल त्योहार अपने समापन पर पहुंचा। यह वास्तव में वर्ष का एक सुंदर समय है - एक बहुत खुशी और उत्साह, सकारात्मक कंपन और दिव्य ऊर्जा से ओत-प्रोत है। महामारी के प्रकोप से समुदायों में एकत्रित होने में तथा बड़े आयोजनों में लोगों के एकत्रित होने में, प्रशांति निलियम में भी अवरोध उत्पन्न किया है फिर भी यह खुशी का समय है। इससे बेहतर कोई और समय नहीं हो सकता है जब हम पूर्णतया अपने को उनके कार्यों के लिए समर्पित कर दें। स्वामी कहते हैं “ओणम का यह संदेश है कि इस समय प्रभु को अपने अहंकार को पूर्णतया समर्पण कर देने से उनको प्राप्त किया जा सकता हैI जब हृदय शुद्ध होता है, तो प्रभु उसमें निवास करता है और मनुष्य को स्वयं मार्गदर्शन देता है। ” - सत्य साईं बाबा प्रवचन, प्रशांति निलयम, 7 सितंबर, 1984। मेरी दृष्टि से अहं को समर्पित करने का इससे अच्छा कोई साधन नहीं हो सकता कि हम अपने आपको निस्वार्थ भाव से दया और प्रेम से ओतप्रोत निस्वार्थ सेवा कार्यों से जोड़ दें, जैसे कि वाईब्रिओनिक्स सेवा।
मैं इस समाचार पत्र के माध्यम से आप लोगों तक दुनिया भर में वाईब्रिओनिक्स से संबंधित नवीनतम जानकारियाँ पहुँचाने के लिए बहुत उत्सुक हूं।

मुझे तुम्हें यह बताते हुए अत्यधिक प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है कि हमारे सभी कोर्सेज डिजिटल हो गए हैं। यह हमारे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। अब हम अपने भावी छात्रों तक आसानी से पहुँच सकते हैं और हम अपने कोर्स को दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुँचा सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट टीम के सदस्यों के साथ मिलकर हम अब ऑनलाइन कार्यशालाओं को चला रहें हैं। प्रारंभ में हमने सभी कोर्सज को अंग्रेजी में तैयार कर लिया है और हम आशा करते हैं कि भविष्य में हम अन्य भाषाओं में भी इसे तैयार कर लेंगे।

हमें आशा है कि आपने हमारे वेबसाइट के बदले रूप को देखा होगा। हम यहां कुछ अतिरिक्त सूचनाएं दे रहे हैं जिससे कि इनके बारे में आप आसानी से समझ सकेंगे और जल्दी सीख सकेंगे। इन परिवर्तनों को माह सितंबर के अंत तक लागू करने का लक्ष्य हैं।

  1. सभी रोग विवरणों को 21 मुख्य श्रेणियों में रखा जाएगाI
  2. हमारे समाचार पत्रों में प्रकाशित सभी स्वास्थ्य लेखों को अनुक्रमित और लिंक किया जाएगा।
  3. स्मार्टफोन उपयोगकर्ता आसानी से इंटरफ़ेस का प्रयोग कर सकेंगे।

आप सभी जानते हैं कि प्रभावी औषधि की खोज एक निरंतर चलने वाली क्रिया है। हमारी रिसर्च टीम नवीनतम आंकड़ों और चिकित्सकों द्वारा भेजे गये केस विवरणों पर पूर्णतया निर्भर रहती हैI (नवीनतम अपडेट के लिए, इस मुद्दे के अतिरिक्त कॉलम # 3 का संदर्भ लें)। । COVID-19 के लिए एक अत्यधिक प्रभावी उपाय विकसित करने की प्रक्रिया अलग नहीं है। अधिकांश वायरस डीएनए वायरस हैं; हालांकि, COVID-19 एक आरएनए वायरस है जिससे तेजी से उत्परिवर्तन और विकसित होने का खतरा है। अतः हमारे लिए यह अति आवश्यक हो जाता है कि हमें जटिल या साधारण उपचारों के लिए उपयोग में लिए कॉम्बोस के बारे में निरंतर सूचना मिलती रहे। इस नए वायरस के बारे में इतना कुछ है जिसके बारे में हमें जानकारी ही नहीं है यद्यपि कुछ क्षेत्रों में यह महामारी फैल रही है और कुछ क्षेत्रों में दोबारा यह प्रभावी होने लगा है। आप लोगों से आग्रह पूर्वक निवेदन करता हूं कि आप अपने सुरक्षा उपायों को त्यागें नहीं तथा सभी सावधानियों को पहले की तरह उपयोग में लेते रहें। क्योंकि हम कोविड-19 को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष की अनुभूति हो रही है कि स्वामी के आशीर्वाद से कोविड-19 के लिए बनाई गई इम्युनिटी बूस्टर का वितरण निरंतर बढ़ रहा है।यह बढ़ोतरी 30% तक हो गई है तथा यह 1,80,000 व्यक्तियों तक वितरित की जा चुकी है, केवल भारत में ही। यह आंकड़ा एक मील के पत्थर के समान है, इसके लिए मैं अपने सभी चिकित्सकों को धन्यवाद अर्पित करता हूँ कि आप लोगों के अथक प्रयास और निस्वार्थ सेवा के प्रति समर्पण से यह कार्य संभव हुआ है।

IASVP की सदस्यता लेने के लिए वीपी होना आवश्यक है। हाल ही में दिल्ली NCR के चिकित्सक11573 ने अग्रगामी परियोजना शुरू की है जिसके अंतर्गत सभी योग्य चिकित्सकों को IASVP की सदस्यता लेने के लिए उत्साहित किया जा सकेगा। मुझे सूचना देते हुए प्रसन्नता है कि इस योजना को इसमें आशानुरूप सफलता मिल रही है। मैं इस योजना को पूरे विश्व में लागू करना चाहता हूं जिससे कि सभी योग्य चिकित्सक, स्वामी के जन्म दिवस 23 नवंबर तक जो कि स्वामी का 95वां जन्मदिवस है, IASVP के सदस्य बन जाएं।

मैं सभी IASVP सदस्यों को याद दिलाना चाहता हूं कि वे अपने नाम के ठीक बाद अपने ईमेल हस्ताक्षर (ईमेल के अंत में) में "सदस्य IASVP" का उल्लेख करें। इसके अलावा, संगठन में एक समान मानकों को लागू करने की दृष्टि से, सचिव IASVP सभी IASVP सदस्यों के लिए हमारे मानकीकृत विजिटिंग कार्ड को ईमेल करने की प्रक्रिया में है। यदि आपको विजिटिंग कार्ड डिज़ाइन नहीं मिला है, तो कृपया [email protected] पर ईमेल के माध्यम से सीधे सचिव IASVP को अपना अनुरोध भेजें।

एक चिकित्सक को अपने रोगियों के लिए एक रोल मॉडल बनने की आवश्यकता होती है, जो उन्हें स्वस्थ जीवनशैली - मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक और सभी आध्यात्मिक रूप से ऊपर उठाने के लिए प्रेरित करता है। मैं सभी चिकित्सकों से आग्रह करता हूं उनको स्वयं भी आनंद, तनावमुक्त और स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली अपनानी चाहिए। मुझे विश्वास है कि हमारे पत्र के “अतिरिक्त” कॉलम में छपने वाले मेरे असंख्य लेखो ने आप सभी के जीवन को प्रभावित किया होगा। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आप इन लेखों की जानकारी अपने रोगियों, मित्रों व परिवार के सदस्य को भी दें और लिंक प्रदान करें। यह न केवल उन्हें प्रसन्नता देंगे बल्कि हमारे वेबसाइट के माध्यम से वाईब्रिओनिक्स के बारे में अधिकाधिक जानकारी देने का अवसर प्रदान करेगें। मैं सभी चिकित्सकों से अनुरोध करता हूं कि यदि उनके पास इस प्रकार के कोई सुझाव या विचार हो तो मुझे निम्न पत्ते पर भेजने का कष्ट करें [email protected] जिस पर हमारी समाचार पत्र टीम उचित निर्णय ले सके।

मुझे विश्वास है कि हम स्वर्णिम युग में प्रवेश कर चुके हैं। इस महामारी में हमें वह अवसर प्रदान किया है कि हम  अपने आस पास के निवासियों की सेवा कर सकें और आत्म मंथन कर सकें और अपने अंदर स्थित दिव्यता का अनुभव कर सकें। आओ हम सब मिलकर इस कार्य को करने के लिए एकजुट हो जाएं और प्रत्येक दिन को आध्यात्मिकता से सराबोर कर दें और यह सिद्ध कर दें कि इस पृथ्वी पर बड़े पैमाने पर बदलाव भी किया जा सकता है। हमारी यह पृथ्वी प्रेम से जुड़ी हुई है। इसी के साथ में आप लोगों के लिए अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूँ और प्रार्थना करता हूँ की आप सभी को ढेर सारे प्रेम के साथ वाईब्रिओनिक्स के माध्यम से लोगों की सेवा करने का अवसर प्राप्त हो। इतना कुछ हम इस अपेक्षाकृत नए वायरस के बारे में नहीं जानते हैं, यद्यपि कुछ क्षेत्रों में यह महामारी फैल रही है और कुछ क्षेत्रों में दोबारा यह प्रभावी होने लगा है। आप लोगों से आग्रह पूर्वक निवेदन करता हूं कि आप अपने सुरक्षा उपायों को त्यागें नहीं तथा सभी सावधानियों को पहले की तरह उपयोग में लेते रहें। क्योंकि हम कोविड-19 को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष की अनुभूति हो रही है कि स्वामी के आशीर्वाद से कोविड-19 के लिए बनाई गई इम्युनिटी बूस्टर का वितरण निरंतर बढ़ रहा है।यह बढ़ोतरी 30% तक हो गई है तथा यह 1,80,000 व्यक्तियों तक वितरित की जा चुकी है, केवल भारत में ही। यह आंकड़ा एक मील के पत्थर के समान है, इसके लिए मैं अपने सभी चिकित्सकों को धन्यवाद अर्पित करता हूँ कि आप लोगों के अथक प्रयास और निस्वार्थ सेवा के प्रति समर्पण से यह कार्य संभव हुआ है।

साईं की प्रेममयी सेवा में रत 

जीत के. अग्रवाल