प्रश्नोत्तर
Vol 11 अंक 4
जुलाई/अगस्त 2020
प्रश्न 1. मेरे समुदाय में कुछ लोग बचाव के लिए वाइब्रॉनिक औषधि का सेवन करना चाहते हैं लेकिन वह पहले से ही होम्योपैथिक ले रहे हैं जो कि स्थानीय स्तर पर बांटी गई थी। क्या वे दोनों साथ में ले सकते हैं?
उत्तर 1: कोविड-19 के रोकथाम के लिए वाइब्रॉनिक्स औषधि बहुत कारगर सिद्ध हुई है। यदि व्यक्ति इस औषधि को लेने के लिए तैयार है तो होम्योपैथी दवा को छोड़ने के 3 दिन बाद से इस औषधि का सेवन कर सकता है। अधिक जानकारी के लिए देखे समाचार पत्र का वॉल्यूम 10 #4, दोनों दवाइयां एक साथ लेने की अनुशंसा नहीं है। अन्य जानकारी हेतु देखें समाचार पत्र वॉल्यूम 11 #2 (मार्च-अप्रैल 2020)
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प्रश्न 2. इम्यूनिटी बूस्टर को बचाव की दृष्टि से OD रूप में ली जाती है। क्या मैं पहले दिन हर दस मिनट के बाद 1 घंटे तक लेकर फिर OD रूप में सेवन कराऊं तो क्या यह बिना लक्षण वाले व्यक्ति के लिए लाभप्रद होगा?
उत्तर 2: यदि लक्षण नहीं है तो पहले दिन अतिरिक्त खुराक की कोई आवश्यकता नहीं है।
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प्रश्न 3. कोविड-19 इम्यूनिटी बूस्टर को अधिक मात्रा में बनाने के लिए सबसे अच्छा तरीका क्या है?
उत्तर 3: किसी भी रेमिडी को बनाने के लिए औषधि की 15 बूंदें एक पैकेट (0.5 kg/16 oz) में किसी अधातु के बर्तन में डाल दे (2/3 से अधिक भरा हुआ नहीं हो) और उसे हिलाएं 8 की आकृति बनाते हुए। वितरण करने के लिए, हाथ लगाए बिना पिल्स को छोटी शीशियों में भर ले।
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प्रश्न 4. दूरस्थ उपचार के लिए एक बार रेमेडी को बनाकर और रोगी को ब्रॉडकास्टिंग करने के बाद क्या मैं उसी रेमेडी से दूसरे व्यक्ति का उसी रोग के लिए उपचार कर सकता हूं?
उत्तर 4: हां! तुम कर सकते हो यदि वह रेमेडी दूसरे व्यक्ति के लिए उपयुक्त है तोI यदि रेमेडी नोसोड है तो यह संभव नहीं है क्योंकि नोसोड किसी व्यक्ति विशेष के लिए ही बनाई जाती है। इस बात का भी ध्यान रखना आवश्यक है कि एक बार रेमेडी को सैंपल वेल में रख देने से उसकी पोटेंसी बदल जाती है। यह केवल ब्राडकास्टिंग के लिये उपयुक्त है या इसकी प्रतिलिपि ही बनाई जा सकती है।
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प्रश्न 5: यदि किसी व्यक्ति की एक ही किडनी है तो क्या मैं उसकी किडनी को और अधिक क्रियाशील बना सकता हूं?
उत्तर 5: हां! वाइब्रॉनिक्स रेमेडी से उसकी किडनी को शक्तिशाली बनाया जा सकता है और यह औषधि काल्पनिक किडनी को भी क्रियाशील बना सकती है। यह लापता किडनी का सूक्ष्म पहलू है। वैसे एक किडनी ही व्यक्ति के रक्त को शुद्ध कर सकती है जिससे वह सामान्य जीवन जी सके।
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प्रश्न 6. स्वपरायण बच्चे के माता-पिता को हमें क्या सलाह या आश्वासन देना चाहिए? या फिर हमें कह देना चाहिए कि “विश्वास रखो और प्रार्थना करो”?
उत्तर 6: यद्यपि हमें ऐसे अभिभावकों के साथ मिलना और दया की भावना के साथ पेश आना चाहिए परंतु पहले तुम्हें अभिभावकों के साथ फोन से बच्चे से संबंधित सभी लक्षणों की जानकारी ले लेनी चाहिए। इसके पश्चात् उस पर गौर किया जाना चाहिए और ऑटिज्म के सभी प्रकार के पहलुओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, अभिभावकों से मिलने के पूर्व जिससे कि तुम उन्हें विशेष सुझाव दे सको। अभिभावकों को यह समझ लेने चाहिये कि जितनी जल्दी उपचार शुरू हो जाए तो रोग में भी उतनी जल्दी प्रभाव दिखना शुरू हो जाता है। यदि हम
ऑटिज्म में मदद नहीं कर पाते हैं तब भी हम बहुत से लक्षणों जैसे की कब्ज, अनिद्रा, मिर्गी, अति चंचलता, एलर्जी, संक्रमण आदि का उपचार कर सकते हैं। अभिभावकों को यह सलाह दी जानी चाहिए कि आप जिस स्थिति में हैं वह किसी बेतरकीब मौके के कारण नहीं है लेकिन इसके पीछे कुछ कारण हैंI यह जीवन के कुछ ऐसे पाठ हैं जिन्हें सीखना आवश्यक है जिससे कि हम ऐसा दृष्टिकोण अपना सके जो ना केवल बच्चों को सहारा दे बल्कि ऐसे बच्चों के साथ किस प्रकार का व्यवहार किया जाना चाहिए जो कि स्वयं की भावनाओं के उथल-पुथल से जूझ रहा हो। तुम उनसे कहो कि उन्हें बच्चे को हिम्मत दिलाते रहना चाहिए और किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से रोग का उपचार कराना चाहिए।
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प्रश्न 7. क्या हमें लक्षणों के आधार पर रोगी का निदान करके उसे वाइब्रॉनिक्स उपचार के साथ-साथ एलोपैथिक उपचार करने का परामर्श देना चाहिए?
उत्तर 7: नहीं, क्योंकि हम योग्य चिकित्सक नहीं है, हमें किसी भी प्रकार के निदान करने की आवश्यकता नहीं है। हमें लक्षणों के आधार पर ही वाइब्रो रेमेडी से उपचार करना चाहिए। यदि रोगी निदान की रिपोर्ट लाता है तो उससे हमें सही काम्बो को चुनने में मदद मिलती है। यदि हमें लगे कि रोग गंभीर है तो रोगी से कहें कि वह एलोपैथिक डॉक्टर से परामर्श करे।