साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
Hands Reaching Out

एक पिल्ले का आघात 10741...India


2 से 4 सप्ताह का एक छोटा पिल्ला कांपता हुआ सड़क के किनारे पड़ा हुआ था। उसके शरीर पर घाव थे। उस पिल्ले को देखकर एक राहगीर को बहुत दुख हुआ। गली के आवारा बड़े कुत्ते उसे मार ही डालेंगे यह सोच कर उस राहगीर ने उसको बचाने के लिए सोचा। उसने उसे प्रशांति कहकर पुकारा यह सोच कर कि इस नाम से उसके स्वभाव में परिवर्तन हो जाएगा और उसका आत्मविश्वास भी बढ़ जाएगा। वह धार्मिक व्यक्ति उसको एक पशु चिकित्सक के पास ले गया। 1 माह के उपचार के बाद भी वह पिल्ला डर के मारे कुछ भी नहीं खाता था। अतः उस महिला ने उसे वाईब्रिओनिक्स उपचार देने का विचार कियाI 5 जून 2018 को उसने चिकित्सक से संपर्क किया जिसने निम्न औषधि दी:

#1. CC1.1 Animal tonic + CC10.1 Emergencies + CC12.2 Child tonic + CC15.1 Mental & Emotional tonic…6TD पानी मेंI

1 सप्ताह तक औषधि का सेवन करने के बाद प्रशांति ने खाना शुरू कर दिया, तब कहीं जाकर उस परिवार ने आह भरी। खुराक को 1 सप्ताह के लिए TDS कर दिया गया। चूंकि उसकी हालत में निरंतर सुधार हो रहा था अतः खुराक को BD कर दिया गया 1 सप्ताह के लिए, फिर एक सप्ताह के लिए OD कर दिया गया।

13 माह बाद, वह पिल्ला सब कुछ खाने लगा जो भी उसको दिखाई पड़ जाता था चाहे वह खाने की चीज हो या ना हो। इससे उसे गैस की समस्या हो गई। अतः उसे दूसरी औषधि दी गई :

#2. CC1.1 Animal tonic + CC4.1 Digestion tonic + CC4.2 Liver & Gallbladder tonic + CC4.10 Indigestion + CC15.1 Mental & Emotional tonic + CC15.4 Eating disorders…TDS.

 

1 सप्ताह बाद उसने कचरा खाना बंद कर दिया था। उसका पाचन तंत्र ठीक हो गया था अतः खुराक को BD कर दिया गया 1 सप्ताह के लिए इसके पश्चात 1 सप्ताह के लिए OD कर दिया गया फिर उपचार को बंद कर दिया गया।