खुजली 11561...India
एक 11-वर्षीय लड़की को पहली बार अपने पूरे शरीर पर बहुत खुजली शिकायत हुई। इससे उसके शरीर पर भूरे गुलाबी रंग के रैशेज़ पड़ जाते थे। कारण अज्ञात था परन्तु उसके डॉक्टर ने उसे फंगल इन्फेक्शन का नाम दिया था। इसके लिए उसने एलोपैथिक औषधि का 2 सप्ताह तक सेवन किया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ थाI अतः उसने उसका सेवन बंद कर दिया। वह लड़की मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ थी। वह 1 महीने पहले से ही इस बीमारी से त्रस्त थी जब उसकी मां उसे चिकित्सक के पास 21 September 2017 को ले कर आईI चिकित्सक ने उसे निम्न औषधि दी:
#1. CC21.3 Skin allergies + CC21.6 Eczema + CC21.7 Fungus + CC21.10 Psoriasis...TDS शुद्ध नारियल के तेल में बाह्य उपयोग के लिए।
चिकित्सक को यह मालूम था कि आंतों में कीड़े होने के कारण भी खुजली होती है: यह बात उसे उसकी मां ने बताई थी और उसकी पुत्री को वह कीड़े समाप्त करने वाली दवा भी अतिदेय थी। अतः चिकित्सक ने कीड़ों को समाप्त करने की औषधि भी मिला दी: #2. CC4.6 Diarrhoea + #1...6TD खाने के लिएI
रोगी दिन भर में 1 लीटर से भी कम पानी पीती थी और मीठे की शौकीन थी। चिकित्सक ने उसे 2-3 लीटर पानी प्रतिदिन पीने के लिए कहा। रोगी की मां चिकित्सक से प्रतिदिन मिलती रहती थी। 24 घंटे के अंदर की खुजली में 40% की राहत मिल गई थी परंतु रैशेज में कोई अंतर नहीं पड़ा था। दूसरे दिन खुजली में 90% तक का लाभ हो गया और रेशैज़ में भी 50% तक का लाभ हो गया था। 3 दिन के बाद, खुजली बिल्कुल समाप्त हो गई थी और रेशैज़ में भी 70% का लाभ हो गया था। अतः औषधि #2 की खुराक को 3 दिन के लिए TDS कर दिया गया तत्पश्चात उसे OD कर दिया गया। 3 अक्टूबर तक रेशैज़ भी पूर्णतया ठीक हो गए थे। अतः #2 की खुराक को 1 माह के लिए OW करके उपचार बंद कर दिया गया। औषधि #1 को तेल समाप्त होने तक चलने दिया गया। मई 2020 तक उसको कोई भी परेशानी नहीं हुई थी।