साई व्हाइब्रियोनिक्स पत्रिका

" जब आप किसी हतोत्साहित, निराष या रोग ग्रस्त व्यक्ति को देखते हो, वहीं आपका सेवा क्षेत्र है " Sri Sathya Sai Baba
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मूत्र असंयम 11624...India


एक 82-वर्षीय पुरुष को मूत्र पर कंट्रोल नहीं रहता था, वह 4 वर्षों से पीड़ित था तथा डॉक्टर ने इसके लिए प्रोस्टेट का बढ़ जाना बताया था। उसको औषधि Dynapres दी गई जिससे उसको कुछ अस्थाई लाभ प्राप्त हुआ लेकिन इसके दुष्प्रभावों के कारण उसने इसे केवल 3 माह के बाद ही बंद कर दिया था। वह किसी प्रकार अपनी इसी अवस्था के साथ जीवन निर्वाह कर रहा था। 5 माह पूर्व इस अवस्था में और बढ़ोतरी हो गई। पिछले माह उसकी स्थिति बहुत अधिक खराब हो गई थी। दिन में उसे सात आठ बार और रात्रि में पांच छह बार मूत्र के लिए जाना पड़ता था जो उसकी नींद में भी बाधा डालता था। वह मूत्र में नियंत्रण नहीं रख पाता था। वॉशरूम तक जाते जाते उसका मूत्र निकल जाता था। इसी प्रकार रात्रि में भी उसका बिस्तर गीला हो जाता था।

10 वर्ष पूर्व, उनके कूल्हे की हड्डी टूट जाने के कारण शल्यक्रिया हुई थी। 4 वर्षों से वह घुटने के दर्द से भी पीड़ित थे। इन सब कारणों से वह मानसिक रूप से अस्वस्थ रहने लगा थे। अपनी पत्नी की बीमारी के कारण उन्हें भूख भी नहीं लगती थी। एक माह में ही उनका 2 kg. वजन कम हो गया था। चिकित्सक ने सबसे पहले उनका मूत्र नियंत्रण का उपचार करने का मानस बना लिया था। 29 फरवरी 2020 को चिकित्सक ने उसे निम्न औषधि दी:

#1. CC13.3 Incontinence + CC14.2 Prostate + CC18.5 Neuralgia…6TD

3 दिन बाद ही रोगी की पुत्री ने सूचना दी कि अब उसके पिता वॉशरूम तक पहुंचने तक मूत्र पर नियंत्रण रख पा रहे हैं। बिस्तर भी गीला नहीं होता है परंतु उन्हें थकान बहुत रहती है। औषधि #1 को कम कर दिया गया तथा कमजोरी के लिए उन्हें #2. CC12.1 Adult tonic + CC15.1 Mental and Emotional tonic…TDS दिया गयाI

1 सप्ताह में ही 9 मार्च को पुत्री ने सूचित किया कि उनके पित्ता की मूत्र पर नियंत्रण की समस्या दूर हो गई है। वह अच्छी तरह से खाने लगे हैं और भूख भी लगने लगी है। अतः #1 और #2 की खुराक BD कर दी गई 2 सप्ताह के लिए, उसके पश्चात OD, 2 सप्ताह के लिए। रोगी ने 7 अप्रैल 2020 से उपचार बंद कर दिया।

उनकी पुत्री चिकित्सक से अक्सर मिलती रहती है। अब उनका पूरा परिवार वाईब्रिओनिक्स औषधि का सेवन करता है। अगस्त 2020 तक रोगी बिल्कुल स्वस्थ महसूस कर रहा था। नींद और मूत्र की समस्या नहीं थी।