घुटने का उपास्थि घाव, क्वाड्रिसेप्स चोट 03508...France
वर्ष 2012 में, एक 25-वर्षीय युवक जो फुटबॉल का खिलाड़ी था को घुटने में दर्द का एहसास होने लगा। फुटबॉल के खिलाड़ी होने के कारण वह अपने घुटनों का उपयोग अधिक करता था, 7 वर्ष की आयु से ही। घुटने का एम.आई.आर कराने पर मालूम हुआ कि उसके घुटने में घाव है। नवंबर 2015 तक, अत्यधिक दर्द के कारण लंगड़ाने लगा था। उनके डॉक्टर ने दर्द के लिए paracetamol 1g TDS और tramadol 50 mg BD दिया था। इन दर्द निवारको से केवल अस्थाई लाभ ही मिला। उसने 2 माह तक फिजियोथैरेपी भी करवाई तथा 3 सत्रों तक ओस्टियोपेथी करवाई लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। अतः उसे फुटबॉल खेलना बंद कर देना पड़ा। 15 मई 2016 को वह वाइब्रो चिकित्सक के पास पहुंचा। उस समय वह काफी लंगड़ा रहा था और दर्द भी अधिक हो रहा था।
चिकित्सक ने उसे निम्न औषधि दी
#1. CC15.1 Mental & Emotional tonic + CC20.1 SMJ tonic + CC20.2 SMJ pain + CC20.3 Arthritis + CC20.4 Muscles & Supportive tissue…QDS 1 हफ्ते के लिए तदुपरांत TDS
#2. CC18.5 Neuralgia + CC20.1 SMJ tonic + CC20.2 SMJ pain + CC20.4 Muscles & Supportive tissue + CC20.7 Fractures…BD बादाम के तेल में मिलाकर बाहरी उपयोग के लिए।
उसने वाइब्रो औषधियों के साथ दर्द निवारक औषधियों का सेवन भी जारी रखा। पहले 1 माह के उपचार से उसे 50% का लाभ हो गया था दर्द में और लंगड़ाने में। एक और माह के उपचार से वह शत-प्रतिशत ठीक हो गया था। अतः 20 जुलाई को #1 की खुराक को BD कर दिया गया इसी प्रकार औषधि #2 को भी कम कर दिया गया। दोनों दर्द निवारक औषधियों को भी OD कर दिया गया। उसने फिर से खेलना शुरू कर दिया था। शुरू में उसने घुटने में थोड़ी सी जकड़न महसूस की थी। 31 अगस्त को उसमें दर्द निवारक औषधियों का सेवन बंद कर दिया। सितंबर में फुटबॉल सत्र का प्रारंभ हुआ जिसमें उसने पूरे उत्साह से भाग लिया। उसे दर्द का भी एहसास नहीं हुआ। 30 सितंबर को #1 व #2 की खुराक को OD कर दिया गया।
नवंबर में खेल के मैदान में एक दुर्घटना में उसकी बाई क्वाड्रीसेप की मांसपेशी टूट गई। जांघ में सूजन आ गई थी और तीव्र वेदना भी थी। पांव पर मैदान में उसके कोच द्वारा घाव पर पट्टी बांध दी गई थी और उसे आराम करने की सलाह दी गई थी। 11 नवंबर को औषधि #1 की खुराक को बढ़ाकर 6TD कर दिया गया 3 दिन के लिए, और उसके पश्चात् QDS तीन दिन के लिए, तदुपरांत TDS,जबकि #2 को बढ़ाकर BD कर दिया गया। उसने अन्य कोई उपचार नहीं लिया। 1 माह के पश्चात सूजन बिल्कुल ठीक हो गई थी और दर्द और चलने-फिरने में भी 80% लाभ हो गया था। अतः 15 दिसंबर 2016 को #1 की खुराक को BD कर दिया गया।
17 जनवरी 2017 तक दर्द पूरी तरह ठीक हो गया था। औषधि #1 व #2 की खुराक को भी कम करके OD कर दिया गया। एक माह पश्चात #2 को बंद कर दिया गयाI 17 मार्च को औषधि #1 खुराक को कम करते हुए 10 मई 2017 को बंद कर दिया गया।
दिसंबर 2019 तक उसे यह तकलीफ दुबारा नहीं हुई थी। वह प्रतिदिन दौड़ लगाता है और फुटबॉल खेल कर अपना शौक पूरा करता है।